बिहार में नीतीश सरकार के शराब बंदी के फैसले का असर नजर आने लगा है। राज्य सरकार ने मंगलवार से देशी-विदेशी शराब खरीद-फरोख्त और पीने पर पूर्णतया रोक लगा दी थी। शराब बैन होने से अजीब-सी स्थिति उत्पन्न हो गई है। जानकारी के मुताबिक शराब न मिलने से लोग परेशान हो रहे हैं और हालत इस कदर बिगड़ रहे हैं कि नशा करने वालों हॉस्पिटल में भर्ती कराना पड़ा रहा है।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक शराब नहीं मिलने की स्थिति में शराबी विक्षिप्तों की तरह व्यवहार करने लगे हैं और तो साबुन भी खाने लगे हैं। दरअसल बिहार के बेतिया में उस समय अजीब घटना हुई है, जब यहां के 45 वर्षीय गैसुद्दीन पिछले बीस वर्षों से देशी शराब का सेवन कर रहे थे। पिछले दो दिनों से जब उन्हें देशी शराब नहीं मिली तो वे विक्षिप्तों की तरह बर्ताव करने लगे। अचानक वे घर में रखे साबु़न को खाने लगे।
शराबबंदी वाला चौथा राज्य बना बिहार
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने तत्काल प्रभाव से शराबबंदी लागू कर दी है। बता दें कि देशी शराब की खरीद और बिक्री पर पहले ही पाबंदी लगा दी गई थी। इस फैसले के बाद बिहार अब देश का चौथा राज्य हो गया है कि जहां शराब बेचना और खरीदना पूरी तरह से बंद है। गुजरात, नागालैंड और मिजोरम में इस तरह का कानून पहले से ही लागू है।
शराब बंद के सपोर्ट में महिलाएं
बिहार में शराब पर बैन का महिलाओं ने स्वागत किया है। सीएम नीतीश कुमार ने शराबबंदी के लिए महिलाओं को बधाई भी दी है। नीतीश ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा था कि प्रदेश में शराबबंदी के पक्ष में जो माहौल बना और इसको लेकर लोग जो आवाज बुलंद कर रहे हैं उसी को ध्यान में रखते हुए उन्हें आज दिल से बहुत खुशी हो रही है।
ऋषि कपूर ने किया ट्वीट
बॉलीवुड एक्टर ऋषि कपूर ने ट्वीट कर कहा, ‘वाह नीतीश! शराब के लिए दस साल की सजा और हथियार रखने के लिए पांच साल?’ इस तरह बिहार को फायदा से ज्यादा नुकसान होगा। अवैध शराब का धंधा बढ़ेगा। दुनिया भर में शराबबंदी फेल रही है।’ जागो, आपको 3000 करोड़ रुपए रेवन्यू का भी नुकसान होगा।