बिहार: JDU के एक विधायक का बेटा जेल में तो दूसरे का बेटा बना आईएएस
एंजेंसी/ बिहार में जदयू विधायक मनोरमा यादव का बेटा रॉकी अपनी करनी की वजह से आज जेल की सलाखों में है तो दूसरी तरफ जदयू के ही एक अन्य विधायक वीरेंद्र सिंह के बेटे विवेक ने आईएएस की परीक्षा पास कर खानदान का नाम रोशन किया है.
यह महज संयोग है कि जिस समय एमएलसी मनोरमा का बेटा रॉकी आदित्य सचदेवा की हत्या के आरोप में मंगलवार को जेल जा रहा था, ठीक उसी समय यूपीएसी का फाइनल रिजल्ट आउट हुआ. इसमें विवेक ने 80वां रैंक हासिल किया है. औरंगाबाद जिले में नबीनगर ब्लॉक के तोल गांव निवासी वीरेंद्र सिंह पिछले साल विधानसभा चुनाव में नबीनगर सीट से ही विजयी हुए थे.
ऐसा नहीं है कि वीरेंद्र सिंह ऐसे पहले राजनेता हैं जिनके बेटे ने यूपीएससी की परीक्षा पास की है. बिहार में इससे पहले भी ऐसे मामले सामने आए हैं. पिछले साल बरबीघा से जदयू के विधायक रहे गजेन्द्र शाही उर्फ मुन्ना शाही की बेटी ने भी यूपीएससी की परीक्षा में सफलता हासिल की थी. लेकिन ज्यादातर लोगों की सोच है कि सियासत से जुडे परिवार के बच्चों पर पढ़ाई से ज्यादा सत्ता का नशा छाया रहता है और रॉकी यादव इसका जीता जागता उदारहण है.
परवरिश का असर
रॉकी यादव आखिर कैसे ‘रॉकी: द किलर’ बना, इसके पीछे उसके माता पिता का व्यवहार संस्कार बहुत मायने रखता है. रॉकी के पिता बिन्दी यादव कुख्यात अपराधी रहे हैं जिन पर हत्या और अपहरण के दर्जनों मामले दर्ज हैं. बिन्दी ने बेईमानी की कमाई से अपने बेटे को ब्रेटा पिस्तौल खरीद कर दी. महंगी लैण्ड रोवर गाड़ी दी. उसे हथियारों से खेलने का शौक था जबकि वीरेन्द्र सिंह के बेटे विवेक को पढ़ने का शौक रहा है. वीरेन्द्र सिंह एक सभ्य सुशिक्षित परिवार के मुखिया हैं.
अपने बेटे की कामयाबी से खुश वीरेंद्र सिंह का कहना है कि संस्कार बहुत मायने रखता है. मैंने अपने बेटे को अच्छे संस्कार दिए हैं. उसे पढ़ाया लिखाया. पहले डॉक्टर बनाया और फिर यूपीएससी की तैयारी के लिए प्रेरित किया. आज रिजल्ट सामने है.
विवेक का कहना है कि वो अपने पिता के सपने को पूरा करेगा. पहले डॉक्टर बन कर लोगों की सेवा कर रहा था, अब आईएएस बन कर लोगों की सेवा करने की इच्छा है. विवेक चाहता है कि उसे बिहार कैडर मिले ताकि वो अपने राज्य में रहकर यहां के लिए कुछ कर सके.
रॉकी ने अपनी करनी से लोगों के मन में ये वितृष्णा पैदा कर दी कि सियासी परिवार के बच्चे ऐसे ही होते हैं. उन पर सत्ता का नशा कुछ इस कदर हावी होता है कि रोड पर साइड न देने पर वो गोली मार देते हैं. लेकिन दूसरी तरफ वीरेन्द्र सिंह के बेटे विवेक ने सियासी परिवार के प्रति लोगों की भ्रांतियों को भी दूर कर दिया है.