उत्तर प्रदेशलखनऊ

बीएड की फर्जी डिग्री से सात हजार शिक्षकों को नौकरी का सामने आया मामला

bedलखनऊ। आगरा के डॉक्टर भीमराव अंबेडकर विश्वविद्यालय में बिना पढ़े बीएड की डिग्री पाने वाले लोग प्रदेश के सरकारी स्कूलों में शिक्षक बने हैं। इनकी संख्या सात हजार से भी अधिक बताई जा रही है।विशेष जांच दल (एसआइटी) ने प्रदेश की सभी डायट से आगरा के भीमराव अंबेडकर विश्वविद्यालय की बीएड सत्र 2005-06 की डिग्री से नौकरी करने वाले शिक्षकों का रिकॉर्ड मांगा है। इसमें सामने आया है कि करीब सात हजार से अधिक शिक्षक बीएड की फर्जी डिग्री से नौकरी कर रहे हैं। इस मामले में छह अगस्त को हाईकोर्ट में सुनवाई होगी।एसआइटी की जांच में विवि की बीएड सत्र 2005-06 में 10 हजार रोल नंबर जेनरेट (बिना पढ़े अंकपत्र देना) के केस सामने आए हैं। टीम फर्जीवाड़े की कड़ी से कड़ी जोड़ रही है। प्रदेश के सभी डायट से विवि की बीएड सत्र 2005-06 की डिग्री से नौकरी कर रहे शिक्षकों के रिकॉर्ड की पड़ताल की जा रही है। विवि से जब्त किए गए रिकॉर्ड और कॉलेजों से मिले रिकॉर्ड से शिक्षकों की डिग्री का सत्यापन कराया जा रहा है। इसमें करीब सात हजार शिक्षक बीएड की फर्जी डिग्री से नौकरी करने का मामला सामने आया है। इसके सुबूत एकत्रित किए जा रहे हैं। इसके बाद विवि के अधिकारियों, कर्मचारियों और सरकारी नौकरी कर रहे शिक्षकों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया जाएगा।

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