राजस्थान की तनुश्री पारीक ने देश की पहली सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) की महिला अधिकारी बनने का गौरव हासिल किया है।
ग्वालियर । देश की सीमा की हिफाजत करने वाले सबसे ब़़डे सुरक्षा बल बीएसएफ को अपने 51 साल के इतिहास में पहली बार शनिवार को पहली महिला अधिकारी (फील्ड ऑफिसर) मिल गई। ग्वालियर के टेकनपुर में आयोजित दीक्षांत समारोह के बाद मूलरूप से बीकानेर (राजस्थान) की रहने वाली तनुश्री पारीक को यह गौरव मिला।
असिस्टेंट कमांडेंड के रूप में तनुश्री को अब भारत-पाक सीमा पर पंजाब में तैनात किया जाएगा, जहां वे एक यूनिट की कमांड संभालेंगी। शनिवार को 25 वर्षीय तनुश्री ने 67 ट्रेनी ऑफिसर की दीक्षांत परेड का नेतृत्व भी किया। इस मौके पर केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि इस बात की खुशी है कि बीएसएफ को पहली फील्ड ऑफिसर मिली है। उम्मीद है और भी महिलाएं इस पेशे में आएंगी और सीमाओं की सुरक्षा करेंगी।
कौन है तनुश्री
- तनुश्री वषर्ष 2014 में यूपीएससी की परीक्षा में चयनित हुई थीं।
- उन्होंने बीएसएफ अकादमी में 40वें बैच में बतौर सहायक कमांटेंड 52 हफ्तों का प्रशिक्षण लिया।
- तनुश्री बचपन से ही सेना में जाना चाहती थीं। इसलिए स्कूली प़़ढाई के दौरान एनसीसी में हिस्सा लिया। बीएसएफ में फिलहाल 2.5 लाख जवान हैं।
- 1965 में स्थापना के बाद से बीएसएफ ने वषर्ष 2013 से महिला ऑफिसर की भर्ती शुरू की थी।