एनडीए सरकार के कार्यकाल में गोरक्षा के नाम पर बढ़ी हत्या का आरोप लगाने वाले लोगों पर भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने पलटवार किया है। उन्होंने कहा कि ऐसे कई मामले पिछली सरकार के समय में भी थे, लेकिन उस वक्त सवाल नहीं उठते थे। उन्होंने कहा, ‘ हमारे कार्यकाल में जितनी हत्याएं हुई, उससे कहीं ज्यादा 2011, 2012, 2013 में हुई थी, मगर कभी ये सवाल नहीं उठा था।’
अमित शाह ने कहा कि गाय के नाम पर की जा रही हत्याएं सही नहीं है। आप के पास ऐसा कोई मामला है, जिसमें हत्या के बाद गिरफ्तारी नहीं हुई। गौरतलब है कि कांग्रेस के मुखपत्र नेशनल हेराल्ड के स्मृति संस्करण की लॉचिंग के मौके पर राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने कहा था कि देश में भीड़ द्वारा सड़कों पर उतरकर लोगों की हत्या करने की घटनाएं बढ़ती जा रही हैं। हमें इस पर गंभीरता से विचार करना चाहिए और जागरूक होना चाहिए।
उन्होंने कहा कि ऐसी घटनाएं देश के मूलभूत सिद्धांतों, संविधान की मर्यादा के खिलाफ हैं। इन्हें नहीं रोका गया तो हमारी आने वाली पीढ़ियां सवाल पूछेंगी। उन्होंने देश के नागरिकों, बुद्धिजीवियों और मीडिया का आह्वान किया हमें ऐसे लोगों को हतोत्साहित करने के लिए प्रतिरोधक का काम करना चाहिए।