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बीजेपी ने सरकारी मशीनरी का इस्तेमाल किया, नहीं तो BSP के और मेयर जीत जाते: मायावती

लखनऊ.बौद्ध भिक्षु डॉ. प्रज्ञानंद के निधन के बाद श्रद्धांजलि अर्पित करने पहुंची बीएसपी सुप्रीमो मायावती ने निकाय चुनाव को लेकर बयान दिया। उन्होंने कहा, “बीजेपी ने सरकारी मशीनरी का इस्तेमाल किया, नहीं तो बीएसपी के और मेयर जीतते।” बता दें कि 1 दिसंबर ( शुक्रवार) को निकाय चुनाव के नतीजे आए थे। यूपी के 16 नगर निगमों में हुए चुनाव में 14 सीट बीजेपी को मिली थी, जबकि दो सीटों पर बीएसपी को जीत मिली है। इससे पहले 2014 में हुए लोकसभा चुनाव में बीएसपी का खाता नहीं खुला था, जबकि विधानसभा में उसे सिर्फ 19 सीट मिली थी।बीजेपी ने सरकारी मशीनरी का इस्तेमाल किया, नहीं तो BSP के और मेयर जीत जाते: मायावती

सर्व समाज से गठबंधन हो: मायावती

– सपा से गठबंधन के सवाल पर मायावती ने कहा, ” उनकी पार्टी सर्व समाज से गठबंधन करना चाहती है। उसमें हर जाति की बात हो। आदिवासियों, पिछड़ो, दलित, सभी समाज के लोगों की बात हो।”बता दें कि भारत के संविधान निर्माता बाबा साहेब डॉ. भीमराव अंबेडकर को बौद्ध धर्म की दीक्षा देने वाले बौद्ध भिक्षु प्रज्ञानंद को श्रद्धांजलि अर्पित करने के लिए गई थी।

30 नवंबर को हुआ था निधन

– 30 नवंबर को बौद्ध भिक्षु प्रज्ञानंद का लंबी बीमारी के बाद निधन हो गया है। वह 90 वर्ष के थे। रविवार को उनको गंभीर हालत में लखनऊ के किंग जार्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी (केजीएमयू) के भर्ती कराया गया था। केजीएमयू के सीएमएस डॉ. एसएन शंखवार ने बताया- उन्हें सीने में दर्द और सांस लेने में तकलीफ होने पर बीते दिनों ट्रामा सेंटर में एडमिट कराया गया था।

कौन थे भिक्षु प्रज्ञानंद

-बौद्ध भिक्षु प्रज्ञानंद का जन्म श्रीलंका में हुआ था। 1942 में डॉ प्रज्ञानन्द इंडिया आ गए थे। प्रज्ञानन्द ने 14 अप्रैल, 1956 को नागपुर में सात भिक्षुओं के साथ डॉ. भीम राव अम्बेडकर को बौद्ध धर्म की दीक्षा दी थी।

हिन्दू धर्म छोड़ बौद्ध की शरण में गए थे बाबा साहेब

-बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर ने हिंदू धर्म को छोड़कर बौद्ध धर्म स्वीकार किया था। 1950 से 1956 के बीच उन पर कुछ बौद्ध भिक्षुओं का प्रभाव पड़ा और उन्होंने 14 अक्टूबर, 1956 को नागपुर में अपनी पत्नी के साथ बौद्ध धर्म को अंगीकार कर लिया था।

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