पश्चिम बंगाल से बीजेपी सांसद और केंद्रीय मंत्री बाबुल सुप्रियो ने सीएम ममता बनर्जी के लिए कहा है कि उनकी दिमागी हालत ठीक नहीं है. उन्होंने कहा कि हम अपने निर्वाचन क्षेत्र आसनसोल से ममता दीदी के लिए ‘गेट वेल सून’ कार्ड भेजेंगे. केंद्रीय मंत्री ने कहा, ‘ मुझे ऐसा लगता है कि दीदी के साथ कुछ तो गड़बड़ है, उन्हें इसका जवाब देना चाहिए. ‘
जय श्रीराम के नारे लगाने पर ममता बनर्जी के भड़कने को लेकर बाबुल सुप्रियो ने कहा, ‘ममता दीदी अनुभवी राजनेता हैं, लेकिन उनका व्यवहार असामान्य और विचित्र है. कम से कम उन्हें उस पद का तो ख्याल रखना चाहिए जिसे वह ग्रहण किए हुए. उन्हें थोड़े दिन के लिए ब्रेक ले लेना चाहिए. बंगाल में बीजेपी की उपस्थिति देखकर वह तिलमिला गईं है ‘
बाबुल सुप्रियो ने कहा कि ममता बनर्जी पर सबसे ज्यादा मीम्स बनते है, जो कि किसी के लिए भी ठीक नहीं है.
‘जय श्री राम’ के नारे से बीजेपी धर्म और राजनीति को मिला रही है : ममता
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने रविवार को आरोप लगाया कि बीजेपी बार-बार ‘जय श्री राम’ का इस्तेमाल कर धर्म को राजनीति में मिला रही है. तृणमूल कांग्रेस अध्यक्ष ने यह भी कहा कि नफरत की विचारधारा के प्रचार-प्रसार का प्रयास किया जा रहा है, जिसका विरोध किया जाना चाहिए. उन्होंने एक फेसबुक पोस्ट में कहा, “जय सिया राम, जय रामजी की, राम नाम सत्य है आदि के धार्मिक और सामाजिक निहितार्थ हैं. लेकिन बीजेपी धार्मिक नारे जय श्री राम को अपनी पार्टी के नारे के तौर पर गलत तरीके से इस्तेमाल कर धर्म को राजनीति से मिला रही है.”
उन्होंने कहा कि उन्हें किसी खास नारे के किसी रैली या पार्टी के कार्यक्रम में इस्तेमाल किये जाने पर कोई आपत्ति नहीं है. मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘मुझे किसी राजनीतिक दलों की रैलियों और उनके पार्टी के उद्देश्य में कोई खास नारे से कोई दिक्कत नहीं है. हर राजनीतिक दल का अपना नारा है. मेरी पार्टी का ‘जय हिंद, वंदे मातरम’ नारा है. वाम का ‘इंकलाब जिंदाबाद’ नारा है. अन्यों के भी अलग-अलग नारे हैं. हम एक-दूसरे का सम्मान करते हैं’’ बनर्जी ने कहा, “हम दूसरों पर…इस धार्मिक नारे के जबरन प्रवर्तन का सम्मान नहीं करते.”
पश्चिम बंगाल के 24 परगना जिले में बृहस्पतिवार को ममता बनर्जी ने ‘जय श्री राम’ के नारे लगा रहे कुछ लोगों से नाराजगी जताई थी. ऐसी एक घटना का वीडियो भी सोशल मीडिया पर चल रहा है.बनर्जी ने पोस्ट में लिखा, “हिंसा और तोड़फोड़ के जरिये नफरत की विचारधारा को जानबूझ कर बेचने का प्रयास किया जा रहा है जिसका निश्चित रूप से विरोध किया जाना चाहिए.”
उन्होंने कहा, ‘‘राम मोहन राय से विद्यासागर और अन्य महान समाज सुधारकों तक बंगाल सौहार्द्र, प्रगति और प्रगतिशील विचारधारा का स्थान रहा है लेकिन अब बीजेपी की भ्रम फैलाने की रणनीति बंगाल को नकारात्मक तरीके से निशाना बना रही है.’’ उन्होंने कहा कि यह समय राजनीतिक कार्यकर्ताओं को देश में अशांति फैलाने से रोकने के लिए कदम उठाने का है. इस बीच, बनर्जी का जिक्र करते हुए बीजेपी नेता मुकुल रॉय ने कहा कि लोकसभा चुनावों के नतीजों के बाद टीएमसी प्रमुख अपना मानसिक संतुलन खो रही हैं.