अन्तर्राष्ट्रीय

‘बीमारू झूठा’ हैं डोनाल्ड ट्रंप: बर्नी सैंडर्स

Republican presidential candidate Donald Trump speaks during an election rally in Kansas City, Mo., Saturday, March 12, 2016. (AP Photo/Nati Harnik)
Republican presidential candidate Donald Trump speaks during an election rally in Kansas City, 

एजेंसी / वॉशिंगटन: राष्ट्रपति पद की डेमोक्रेटिक उम्मीदवारी के दावेदार बर्नी सैंडर्स ने आज डोनाल्ड ट्रंप को ‘बीमारू झूठा’ करार दिया। दरअसल रिपब्लिकन पार्टी की उम्मीदवारी के प्रमुख दावेदार ट्रंप ने सैंडर्स पर आरोप लगाया था कि शुक्रवार को शिकागो में हुई रैली में हिंसक प्रदर्शनों का अभियान सैंडर्स ने ही आयोजित किया था।

रियल एस्टेट के इस विवादग्रस्त दिग्गज ने ओहायो स्थित डेटन में आरोप लगाया, कुछ लोग हमारे कम्युनिस्ट दोस्त बर्नी के प्रतिनिधि थे। ट्रंप ने क्लीवलैंड में आयोजित रैली में भी यह बात दोहराई। ट्रंप ने कहा, ‘आप जानते हैं कि बर्नी कह रहे थे कि श्रीमान ट्रंप को उनकी भीड़ से बात करनी चाहिए। आप जानते हैं ये कहां से आए हैं? ये बर्नी की भीड़ से आए हैं। ये बर्नी की भीड़ हैं।

ट्रंप के इन आरोपों को सैंडर्स के प्रचार अभियान की ओर से तुरंत खारिज किया गया। सैंडर्स के अभियान ने ट्रंप की शिकागो रैली में ‘बर्नी-बर्नी’ चिल्ला रहे प्रदर्शनकारियों से खुद को अलग कर लिया। ट्रंप ने शिकागो रैली रद्द कर दी थी। अमेरिका के राजनीतिक इतिहास में यह एक अनोखी घटना है। ट्रंप ने सैंडर्स पर हमला बोलते हुए क्लीवलैंड रैली में कहा, अपने लोगों को संभाल लो, बर्नी।

लोकतांत्रिक समाजवाद के नारे पर राष्ट्रपति पद के लिए अभियान चला रहे वर्मोंट के सीनेटर सैंडर्स ने तत्काल प्रतिक्रिया दी। सैंडर्स ने एक बयान में कहा, जैसा कि हर रोज ही हो रहा है, डोनाल्ड ट्रंप अमेरिकी जनता को दिखा रहे हैं कि वह एक बीमारू किस्म के झूठे व्यक्ति हैं। मुझे इस बात की खुशी है कि शिकागों में ट्रंप की रैली में हमारा समर्थन करने वाले लोग थे लेकिन इन विरोध प्रदर्शनों को हमारे अभियान ने आयोजित नहीं किया।

सैंडर्स ने कहा, ट्रंप की रैली में प्रदर्शनों की वजह यह रही कि वह एक ऐसे उम्मीदवार हैं, जिसने लातिन, मुस्लिमों, महिलाओं के खिलाफ नफरत और विभाजन को बढ़ावा दिया है। उन्होंने राष्ट्रपति ओबामा के जन्म को लेकर उनकी वैधता पर हमला बोला। उन्होंने कहा, ट्रंप की रैली में हिंसा की वजह वह अभियान है, जिसमें इस्तेमाल किए गए शब्दों और हरकतों को उनके समर्थकों की ओर से बढ़ावा दिया गया। उन्होंने हाल ही में एक प्रदर्शनकारी के बारे में कहा था, ‘मैं उसके मुंह पर मुक्का मारना चाहता हूं।’ एक और बार ट्रंप ने उन पुराने दिनों को याद करते हुए कहा था कि तब प्रदर्शनकारी को मुक्का मार दिया गया होता और फिर उसे स्ट्रेचर पर डालकर बाहर ले जाया गया होता।

सैंडर्स ने कहा, कुछ ही दिन पहले उनके अभियान प्रबंधक ने एक महिला रिपोर्टर के साथ बदसलूकी की। उन्होंने कहा, जब ट्रंप के अभियान में यह सब किया जा रहा है तो फिर किसी को भी उसकी प्रतिक्रिया पर हैरानी नहीं होनी चाहिए। उन्होंने कहा, अब डोनाल्ड ट्रंप को करना यह चाहिए कि वह हिंसा भड़काना बंद करें और अपने समर्थकों के समक्ष यह बात स्पष्ट कर दें कि उनकी रैली में शामिल होने के लिए या प्रदर्शन करने के लिए जो भी लोग आते हैं, उनसे मारपीट न हो, उन्हें मुक्के न मारे जाएं, लातें न मारी जाएं। अमेरिका में लोगों को अधिकार है कि वे किसी शारीरिक नुकसान के डर के बिना किसी राजनीतिक रैली में शामिल हो सकें।

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