ज्ञान भंडार

बुधवार के दिन महामंत्र के साथ करें महाउपाय, मिलेगी धन-वैभव और सम्पन्नता

हिंदू धर्म के मुताबिक धन की देवी श्रीहरी विष्णु की पत्नी देवी मां लक्ष्मी हैं, वही जिस व्यक्ति पर मां लक्ष्मी की पूर्ण कृपा हो जाता हैं,वह कुछ ही वक्त के बाद धन, संपत्ति, वैभव का सुख प्राप्त कर लेता हैं उसके जीवन में किसी भी तरह की कोई परेशानी या फिर समस्या नहीं आ पाती हैं।वही जीवन में चल रही आर्थिक तंगी भी जल्द से जल्द समाप्त हो जाती हैं और जीवन सुखमय व्यतीत होने लगता हैं,तो आज हम आपको महा लक्ष्मी के एक ऐसे मंत्र के बारे में बताने जा रहे हैं।

जिसका जाप करके व्यक्ति अपने जीवन की सभी परेशानियों को समाप्त कर सकता हैं तो आइए जानते हैं। कि वो कौन सा खास और विशेष मंत्र हैं।मां लक्ष्मी को धन की देवी माना जाता हैं ऐसा भी कहा जाता हैं जो मां लक्ष्मी को प्रसन्न कर लेता हैं,उसके जीवन में कभी किसी चीज की कमी नहीं होती हैं। वही उसका जीवन सुखमय व्यतीत होता हैं।

रोड़पति से कैसे बने करोड़पति शाम के समय सूर्यास्त से पहले घर की उत्तर दिशा में लक्ष्मी का चित्र स्थापित करें. गाय के घी में इत्र मिलाकर दीपक करें, मोगरे की अगरबत्ती जलाएं, अबीर से तिलक करें, दहि में शक्कर मिलाकर भोग लगाएं. इसके बाद महालक्ष्मी पर हल्दी चढ़ी हुई 22 कौड़ी चढ़ाएं. और स्फटिक की माला से “ॐ श्रीं नमः” मंत्र का जाप करें. जाप पूरा होने के बाद 11 कौड़ी लाल कपड़े में बांधकर तिजोरी में रखें और 11 कौड़ी को जल प्रवाह करे दें.

राशि अनुसार करें ये उपाय

मेष: चंदन से तिजोरी “श्रीं” लिखें,वृष: महालक्ष्मी पर चढ़ा दही शक्कर खाएं,मिथुन: पक्षियों के लिए चावल रखें,कर्क: सफ़ेद गाय को जौ खिलाएं,सिंह: किसी भिखारी को रेशमी कपड़ा दान करें,कन्या: कंठ पर इत्र लगाएं,तुला: मुलतानी मिट्टी का इस्तेमाल करें,वृश्चिक: बेडरूम में कर्पूर जलाएं,धनु: शाम के समय तुलसी पर शुद्धघी का दीपक करें,मकर: नाभि पर इत्र लगाएं,कुंभ: लक्ष्मी मंदिर में आटा दान करें,मीन: सफ़ेद गाय को मीठे चावल खिलाएं.

शब्द “कौड़ी” हमारे जीवन के कार्य-कलाप से जुड़ा है. व्यक्ति इसकी पूजा करता है. महिलाएं इसे पिरोकर आभूषणों की भांति पहनती है. तथा इससे जुआ भी खेला जाता है. हम आपको बताने जा रहे हैं कौड़ी का सही अर्थ और कौड़ी के साथ धन का कनेक्शन.

कहावत है – “कौड़ियों के मोल” अर्थात बहुत कम वैल्यू में खरीदना – अर्थात कौड़ी का अर्थ है किसी की औकात|

सनातन धर्म में किसी के नाम से पहले श्री, श्रीमती, श्रीमान, सुश्री लगते है….

कौड़ी की तरह श्री का अर्थ भी किसी व्यक्ति की आर्थिक स्थिति और सम्मान को दर्शाता है …

जिसके पास धन मान सम्मान नहीं है वो लक्ष्मीविहीन और श्रीहीन है|

श्री ही लक्ष्मी लक्ष्मी है – इसी कारण लक्ष्मी का नाम श्रीदेवी, श्रीप्रदा…. है,लक्ष्मी का बीज मंत्र भी “श्रीं” है

जिसके पास कौड़ी अर्थात धन और मानसम्मान है वो लक्ष्मीकांत और श्रीकांत बन जाता है अर्थात विष्णु की तरह धनवान और श्रीमन बन जाता है|

मनी मंत्र

पैसे की तंगी को खतम करने के लिए महालक्ष्मी का ध्यान करके इच्छानुसार देसी खंड और श्रीसूक्त का पाठ करें. इसके बाद चढ़ी हुई देसी खंड किसी सुहागन ब्राह्मणी को दान दें.

महाउपाय-

अगर आपका धन मंदा पड़ गया है तो 12 बुधवार इस प्रयोग को अपनाए. 12 कौड़ी जलाकर उसकी राख़ बना लें और उस राख को हरे कपड़े में बांधकर जलप्रवाह करें|

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