ज्योतिषाचार्य पंडित उदित बिष्ट ने बताया कि, शनिदेव उग्र ग्रह हैं। लेकिन वे हनुमान जी के भक्तों को कभी कष्ट नहीं पहुंचाते हैं। इसलिए आप हनुमान जी को सिंदूरी चोला चढ़ाएं और शनिदेव का जाप करें।
मिट्टी के दीपक में सरसों का तेल का दिया जलाएं। इस दौरान शनि और हुनमान मंत्र का जाप करें। साथ ही उनकी आरती भी करें। इससे आपको धन की प्राप्ति होती है।
इसके लिए आप शनिवार के दिन सरसों का तेल लें और उसमें अपनी परछाई देखकर उसे धातु के साथ दान कर दें। साथ ही ध्यान रहे कि दान कररने के बाद आप खाने का शरीर या बालों पर लगाने के लिए सरसों के तेल का प्रयोग न करें.
शनिवार के दिन पीपल के पेड़ को छूकर उसमें शनिदेव का जाप करते हुए परिक्रमा करें। वहीं108 बार ‘ॐ नमः शिवाय’ का जाप करने से दुःख, कठिनाई और ग्रह-दोषों का प्रभाव शांत हो जाता है।
शनिवार के दिन पीपल के पेड़ में दूध और गुड़ मिश्रित जल अर्पण करते हुए शनिदेव से अपनी परेशानी दूर करने की प्रार्थना करने से सभी परेशानी दूर होती है।
शनिवार को शनि मंदिर में जाकर उड़द की दाल में चावल मिलाकर खिचड़ी बनाएं। इस खिचड़ी को दान कर दें। साथ ही घर के सदस्यों को भी खिलाएं। ऐसा करने से शनि का दोष समाप्त होता है।
शनिवार के दिन शनिदेव की पूजा के बाद राहु और केतु की भी पूजा भी करें। उनके आगे दिया जलाएं और शनि का मंत्र जाप करें। इससे शारीरिक कष्ट दूर होंगे और धन की प्राप्ति होगी।