बुध 23 अक्तूबर यानी आज वृश्चिक राशि में करेंगे प्रवेश, आप पर कैसा होगा इसका असर, जानिए ?
बुध तुला राशि की यात्रा समाप्त करके मंगल की राशि वृश्चिक में 23 अक्टूबर की रात्रि 11 बजकर 19 मिनट पर प्रवेश कर रहे हैं। बुध का राशि परिवर्तन व्यापार एवं शेयर बाजार के बैंकिंग सेक्टर्स, फार्मा, बीमा, आईटी, भारी उद्योग, लेखन एवं प्रकाशन विभाग के लिए अति प्रभावकारी माना गया है। वृश्चिक राशि में पहले से ही विराजमान बृहस्पति के साथ बुध की युति अतिशुभ प्रभावकारी रहेगी। अतः आने वाला समय मंदी की मार से उबरने में भी मददगार सिद्ध होगा। महंगाई और प्राकृतिक आपदाओं पर भी काफी हद तक अंकुश लगेगा। इनकी वृश्चिक राशि में युति का सभी 12 राशियों के लिए कैसा रहेगा इसका ज्योतिषीय विश्लेषण करते हैं।
मेष राशि- आपकी राशि से अष्टमभाव में पहले से विराजमान बृहस्पति के साथ बुध का मिलना मिलाजुला फल देगा, आकस्मिक धन प्राप्ति के योग बनेगा। स्वास्थ्य का ध्यान रखें, षड्यंत्र का शिकार होने से बचें अत्यधिक खर्च से आर्थिक तंगी बढ़ सकती है।
वृषभ राशि- वृषभ राशि वालों के लिए सप्तमभाव में बुध और गुरु की युति बेहतरीन लाभ कारक सिद्ध होगी। व्यापार में उन्नति और शादी विवाह की दिशा में किया जा रहा प्रयास सार्थक रहेगा। मित्रों-संबंधियों से मधुर संबंध बनेंगे, नए अनुबंध की प्राप्ति के योग।
मिथुन राशि- मिथुन राशि वालों के लिए और शत्रुभाव में ये युति स्वास्थ्य पर प्रतिकूल प्रभाव तो डालेगी ही साथ ही गुप्तशत्रुओं की अधिकता भी बढ़ाएगी। ऐसे में कोर्ट-कचहरी के मामले कोर्ट से बाहर ही निपटा लें तो बेहतर रहेगा, कर्ज़ के लेन-देन से बचें।
कर्क राशि- राशि के पंचम भाव में गुरु और बुध की युति शिक्षा के क्षेत्र में तो बेहतरीन लाभ दिलाएगी ही यदि आप प्रतियोगिता में बैठना चाहें तो सफलता की संभावना सर्वाधिक है। संतान संबंधी चिंता भी दूर होगी और संतान प्राप्ति के योग भी हैं।
सिंह राशि- चतुर्थभाव में ये युति कुछ मानसिक अशांति तो देगी किंतु, मकान और वाहन के सुख का योग भी बनाएगी| इस अवधि के मध्य मकान-वाहन का क्रय अथवा कोई भी बड़ा कार्य आरंभ करना चाहें तो निसंकोच करें, सफलता की संभावना सर्वाधिक है।
कन्या राशि- पराक्रम भाव में यह युति बेहतर परिणाम दायक सिद्ध होगी। भाग्य भाव पर दोनों ग्रहों की अमृत दृष्टि कार्य उन्नति और नए अनुबंध के योग तो बनाएगी ही साथ ही विदेश यात्रा के भी योग हैं। धार्मिक-मांगलिक कार्यों में बढ़-चढ़कर हिस्सा लेंगे।
तुला राशि- ये युति आपके धनभाव में बन रही है अतः रुके हुए धन आयेगा। महंगी वस्तुओं के क्रय का योग, वाणी कुशलता से कठिन परिस्थितियों को भी अपने वश में कर लेंगे। स्वास्थ्य विशेषकर के नेत्र विकार से बचें और योजनाओं को गोपनीय रखें।
वृश्चिक राशि- आपके लिए ये युति किसी वरदान से कम नहीं है, आय के एक से अधिक साधन बनेंगे, किसी भी तरह का नया कार्य-व्यापार आरंभ करना चाहें तो ग्रह अनुकूल हैं। संतान प्राप्ति अथवा प्रादुर्भाव का भी योग, प्रतियोगिता में कामयाबी के अवसर।
धनु राशि- बुध एवं गुरु का बारहवें भाव में जाना आर्थिक हानि करा सकता है, यद्यपि धर्म-कर्म और मांगलिक कार्यों में बढ़चढ़ कर हिस्सा लेंगे। घूमने-फिरने पर भी अधिक अपव्यय होगा। कोर्ट कचहरी के मामलों में निर्णय आपके पक्ष में आने के संकेत हैं।
मकर राशि- आपकी राशि के लाभ स्थान में ये युति हर प्रकार से लाभदायक सिद्ध होगी। बृहस्पति की अमृत दृष्टि पराक्रम और पत्नी भाव पर पड़ रही है अतः किसी भी तरह की शादी विवाह संबंधित वार्ता सफल रहेगी। नए मेहमान के आगमन से माहौल खुशनुमा रहेगा।
कुंभ राशि- कुंभ राशि वालों के लिए कर्मभाव में यह युति कार्य व्यापार में उन्नति तो दिलाएगी ही साथ ही उच्चाधिकारियों से सहयोग भी मिलेगा। सरकारी संस्थानों में सर्विस हेतु आवेदन करना चाहें तो अवसर अच्छा है, सामाजिक पद प्रतिष्ठा में भी वृद्धि होगी।
मीन राशि- भाग्यभाव में बुध और गुरु का मिलना बेहतरीन लाभदायक सिद्ध होगा। इसी योग फलस्वरूप आपको यात्रा देशाटन का भी अवसर मिलेगा। धर्म-कर्म के मामलों में रूचि बढ़ेगी। स्वास्थ्य अनुकूल रहेगा और आपके द्वारा लिए गए निर्णय की सराहना होगी।