बुरी खबर: अभी और महंगा होगा पेट्रोल-डीजल, इसलिए बढ़ेंगे दाम
भारत में पेट्रोल-डीजल के दाम रिकॉर्ड ऊंचाई पर पहुंचने के करीब हैं. अभी तक दिल्ली में पेट्रोल चार महीने के उच्चतम स्तर पर है तो वहीं डीजल रिकॉर्ड ऊंचाई पर पहुंच चुका है. आज के भाव के मुताबिक पेट्रोल 73.95 रुपए प्रति लीटर और डीजल 64.82 रुपए प्रति लीटर पर बिक रहा है. पेट्रोल और डीजल के दाम रिकॉर्ड ऊंचाई पर पहुंचने के बीच खाड़ी देशों के तेल निर्यातक संगठन ओपेक और रूस ने उत्पादन में और कटौती का फैसला किया है. इससे अगले कुछ महीनों में तेल के दाम और बढ़ने की आशंका है.
कच्चे तेल में आया उछाल
आपको बता दें, वर्ष 2017 में कच्चे तेल का औसत दाम 47.56 डॉलर प्रति बैरल था, जो अप्रैल 2018 में बढ़कर 76.60 डॉलर प्रति बैरल हो गया है. तेल मंत्रालय की पेट्रोलियम योजना एवं विश्लेषण शाखा के अनुसार, कच्चे तेल का औसत दाम एक माह में 63.80 डॉलर से 76.84 डॉलर प्रति बैरल के साथ 13 डॉलर बढ़ चुका है.
क्रूड उत्पादन में होगी 2% की कटौती
सबसे बड़े तेल उत्पादक रूस और ओपेक ने कच्चे तेल के रोजाना उत्पादन में करीब दो फीसदी की कटौती का फैसला किया है. विशेषज्ञों का कहना है कि व्यापार युद्ध और कोरियाई देशों में तनाव कम होने से भी कच्चे तेल की कीमतों में इजाफा हो सकता है. अगर कच्चा तेल महंगा होता है तो पेट्रोल-डीजल के भाव में भी तेजी आएगी.
90 डॉलर पहुंच सकता है दाम
तेल क्षेत्र के विशेषज्ञों के अनुसार, अमेरिकी शेल क्षेत्र में उत्पादन बढ़ने से थोड़ी राहत है. लेकिन, दाम 90 डॉलर प्रति बैरल तक पहुंच सकते हैं. जुलाई 2009 में कच्चे तेल के अंतरराष्ट्रीय दाम 147 डॉलर प्रति बैरल पर थे. इससे केंद्र और राज्य सरकारों पर पेट्रोल-डीजल पर टैक्स में कटौती का दबाव बढ़ गया है.
तेल रिफाइनरी घटाएंगी कीमत?
पेट्रोल-डीजल के दाम को नियंत्रित करने के लिए पेट्रोलियम मंत्रालय, तेल रिफाइनरियों से बढ़ी कीमतों का कुछ हिस्सा वहन करने को कह सकता है. इससे उपभोक्ताओं का बोझ कम होगा. हालांकि, रिफाइनरियों का मुनाफा कम होने से सरकार को भी उससे मिलने वाले राजस्व का नुकसान उठाना पड़ेगा.
पड़ोसी मुल्कों से ज्यादा भारत में दाम
देश | पेट्रोल | डीजल |
बांग्लादेश | 69.53 | 50.69 |
पाकिस्तान | 49.38 | 55.23 |
श्रीलंका | 53.28 | 39.64 |
मलेशिया | 37.04 | 36.39 |
इंडोनेशिया | 48.73 | 43.53 |
फिलीपिंस | 65.63 | 51.98 |
नेपाल | 64.33 | 51.98 |
चीन | 74.08 | 64.33 |
भारत | 76.03 | 66.29 |
नोट: भारत में पेट्रोल-डीजल का भाव राजधानी दिल्ली में उच्च स्तर के हिसाब से लिया गया है.
सोर्स: ग्लोबल पेट्रोल प्राइसेस डॉट कॉम
उपभोक्ताओं पर पड़ेगी मार
- तेल कीमतों का सीधा असर वस्तुओं-सेवाओं के कारोबार पर पड़ेगा.
- लगातार तीन महीने से कम हो रही महंगाई बढ़ सकती है.
- आयात बिल बढ़ने से व्यापार घाटे में बढ़ोतरी होगी. जीडीपी पर असर संभव.
- वाहनों के उत्पादन एवं बिक्री पर असर होगा. अभी जो उछाल है वो घट सकती है.