धनोल्टी के पूर्व विधायक और वरिष्ठ कांग्रेसी नेता कौल दास (76) नहीं रहे। सोमवार सुबह दिल का दौरा पड़ने से उनका आकस्मिक निधन हो गया। उनके निधन की सूचना से टिहरी जिले में शोक की लहर छा गई। मंगलवार को हरिद्वार में उनका अंतिम संस्कार होगा। पूर्व विधायक कौल दास का जन्म 4 जून 1943 को जौनपुर ब्लॉक के ग्राम मथलाऊ में हुआ था। प्रारंभिक शिक्षा प्राथमिक विद्यालय बौट और जूनियर हाईस्कूल थत्यूड़ में हुई थी। 2001 में जूनियर हाईस्कूल बांडा चक से प्रधानाध्यापक पद से सेवानिवृत्त हुए थे।
सेवानिवृत्त होने के बाद कांग्रेस पार्टी के साथ सक्रिय राजनीति में जुड़ गए थे। 2002 के विधानसभा चुनाव में धनोल्टी से पहली बार विधायक चुने गए। 2004 में उन्हें तत्कालीन मुख्यमंत्री नारायण दत्त तिवारी सरकार में अनुसूचित जाति आयोग के उपाध्यक्ष की जिम्मेदारी दी गई।
रोजमर्रा की तरह सोमवार सुबह वह अपने घर के समीप ही अगलाड़-थत्यूड़ मार्ग पर घूमने निकले थे। इसी दौरान अचानक तबीयत बिगड़ने पर उन्होंने आखिरी बार अपनी बेटी सीमा जो देहरादून में रहती है फोन किया। बताया उनकी तबीयत खराब हो रही है। इसी दौरान फोन कट गया।
सीमा ने दोबारा फोन मिलाया तो वह रिसीव नहीं हुआ। बेटी ने मां बसंती देवी को फोन पर पिता का स्वास्थ्य खराब होने और फोन न उठाने की जानकारी दी। जब तक परिवार के सदस्य अगलाड़-थत्यूड़ मार्ग पर पहुंचे, तो कुछ स्थानीय लोग उन्हें सड़क से उठाकर घर ले आए। घर पहुंचने पर डॉक्टर ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। उनके निधन की खबर सुनते ही क्षेत्र मे शोक की लहर छा गई है। वे अपने पीछे पत्नी, दो बेटों और तीन बेटियों का भरापूरा परिवार छोड़ गए।
पूर्व विधायक के निधन पर जताया शोक
धनोल्टी के पूर्व विधायक कौल दास के आकस्मिक निधन पर सामाजिक संगठनों और जन प्रतिनिधियों ने गहरा शोक व्यक्त करते हुए उन्हें श्रद्धांजलि दी। पालिकाध्यक्ष सीमा कृषाली, बार एसोसिएशन के अध्यक्ष शांति प्रसाद भट्ट, देवेंद्र नौडियाल, दर्शनी रावत, आकाश कृषाली ने उनके निधन पर दुख जताया है। थौलधार में आयोजित शोक सभा में दास को श्रद्धांजलि दी गई। शोक सभा में कांग्रेस प्रदेश उपाध्यक्ष जोत सिंह बिष्ट, सुमन गुसाईं, लाखीराम उनियाल, महावीर सिंह सेनवाल, पवन रावत, सुमेर सिंह पंवार, पुलम सिंह गुसाईं उपस्थित रहे। इधर, थत्यूड़ में प्रमुख कुंवर सिंह पंवार, सुरेंद्र रावत, मनमोहन सिंह मल, विजय सिंह गुसाईं, गोविंद असवाल, देवेंद्र प्रसाद चमोली, रतनमणी भट्ट, मोहन चमोली, सोमवारी लाल नौटियाल ने शोक जताया।