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बुरे फंस गए थे यूसुफ, इधर मैच शुरू उधर ट्रैफिक जाम में उलझे रहे

एजेंसी/ yusuf-pathan_1463980408यूसुफ पठान जितनी विस्फोटक बल्लेबाजी मैदान पर करते हैं उनकी एंट्री भी उतनी ही धमाकेदार होती है। आईपीएल में कोलकाता नाइटराइडर्स के लिए खेलने के बाद यह विस्फोटक बल्लेबाज बांग्लादेश रवाना हो गया जहां उन्हें ढाका प्रीमियर लीग में खेलना था।
 

वह पहली बार ढाका प्रीमियर लीग (डीपीएल) में खेलने जा रहे थे लेकिन मैच शुरू होने के साथ ही उनकी वजह से टीम में टेंशन बढ़ गई। डीपीएल जो 50-50 ओवर का टूर्नामेंट है और उन्हें अभानी लिमिटेड टीम के लिए मैच खेलना था। लेकिन उनके साथ कुछ ऐसा अजीबोगरीब वाकया हुआ कि एक समय लगने लगा था कि वह अपनी टीम के लिए पहला मैच नहीं खेल पाएंगे जबकि इस मैच के लिए वह समय से अपने होटल से निकल भी चुके थे।

दूसरी ओर, मैच शुरू भी हो गया, टीम में उनका नाम भी था लेकिन वो खुद वहां नहीं थे। मैच शुरू होने के 40 मिनट बाद भी यूसूफ मैदान पर नहीं पहुंच सके और उनकी टीम का इंतजार बढ़ता ही जा रहा था क्योंकि वह टीम में थे और उनके देरी से पहुंचने के कारण टीम को मैच में 10 खिलाड़ियों के साथ खेलना भी पड़ सकता था।

हुआ यूं कि टीम इंडिया का यह ऑलराउंडर ढाका-सावर हाइवे पर एक जर्बदस्त जाम में फंस गया। इधर मैच शुरू हो गया और उधर वह जाम में ऐसे फंसे हुए थे कि चाह कर भी कुछ नहीं कर सकते थे। लेकिन वह किस्मतवाले रहे कि मैच के आयोजकों और विपक्षी टीम ने उनके देरी से आने के बावजूद मैच में खेलने पर कोई आपत्ति नहीं जताई और मैच में उतरने में कामयाब रहे।

हालांकि विस्फोटक बल्लेबाजी के लिए मशहूर इस बल्लेबाज ने मैच से पहले के 40 मिनट के नाटकीय घटनाक्रम को पीछे छोड़ते हुए प्राइम बैंक क्रिकेट क्लब के खिलाफ मैच में 47 गेंदों में 60 रनों की आतिशी पारी खेल डाली जो उनकी टीम के लिए मैच जीताऊ पारी भी बन गई।

आईपीएल-9 की कई पारियों में जोरदार बल्लेबाजी करने वाले यूसुफ ने इस पारी में 7 चौके और 2 छक्के भी जड़कर टीम को संकट से उबारा। शानदार पारी खेलने वाले यूसुफ ने अपनी टीम के लिए शानदार पारी खेलने पर खुशी भी जताई। हालांकि वह इस डीपीएल में एक ही मैच और खेल पाएंगे क्योंकि वह रमदान के लिए उन्हें भारत लौटना होगा। ढाका ट्रिब्यून ने यूसुफ को कोट करते हुए कहा, “मैं रमदान से पहले 2 मैच खेलने के बारे में सोच रहा था। टीम ने पिछला मैच जीत लिया है और यह जीत उसे टूर्नामेंट में आगे ले जाने में अहम भूमिका निभाएगी। मुझे खुशी है कि मैने 60 रनों की पारी खेली जिससे टीम को फायदा हुआ।”

यूसुफ यहां तमीम इकबाल की कप्तानी में यहां पर खेल रहे हैं जिन्होंने खुद 40 रन बनाए। आईपीएल में कोलकाता टीम के साथी खिलाड़ी शाकिब अल हसन इस मैच में बड़ी पारी नहीं खेल सके। 

ऐसा नहीं है कि विस्फोटक बल्लेबाज यूसुफ पठान की किसी टीम के साथ इस तरह से धमाकेदार एंट्री पहली बार हुई हो। इससे पहले 2007 में टी-20 वर्ल्ड कप के दौरान उनके अंतरराष्ट्रीय करियर की शुरुआत भी बेहद दिलचस्प रही थी।

फटाफट क्रिकेट का यह पहला वर्ल्ड कप था और भारत को चिर-प्रतिद्वंद्वी पाकिस्तान के खिलाफ खिताबी मुकाबले में उतरना था लेकिन टीम इंडिया के विस्फोटक सलामी बल्लेबाज वीरेंद्र सहवाग चोटिल हो गए और उन्हें इस मैच से बाहर होना पड़ा।

सहवाग की जगह इस निर्णायक मैच के लिए कप्तान धोनी ने 24 साल के ऑलराउंडर यूसुफ पठान को टीम में शामिल किया। इस हाईटेंशन मैच में यूसुफ ने तेज गेंदबाज मोहम्मद आसिफ की गेंद पर छक्का लगाकर अपने अंतरराष्ट्रीय करियर की शुरुआत की थी। बाद में भारत यह मैच जीत गया। 

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