राष्ट्रीय
बेटियों ने निभाया बेटों का फर्ज, दिया पिता को कंधा
कौन कहता है कि बेटियां बेटे से कम होती हैं। आज के दौर में बेटियां भी बेटों से आगे हैं। यह कर दिखाया है कुचामन की दो बेटियों ने। शहर में सोमवार को दो बेटियों ने ही अपनी स्वर्गीय पिता को कंधा देकर यह साबित कर दिया।
स्टेट बैंक के पास में रहने वाले सेनानिवृत प्रधानाध्यापक बेणीगोपाल दाधीच का सोमवार दोपहर निधन हो गया। दाधीच को कंधा देने वाला बेटा नहीं था, ऐसे में उनकी दोनों बेटियां अश्लिका और कीर्तिका ने अपने पिता को कंधा देने का फैसला किया। पिता की अर्थी को कंधा देने वाली दोनों बेटियां विवाहित हैं।