बेटी पैदा करने की चाह में इन औरतों ने क्या-क्या कर डाला! सोच नहीं सकते
दस्तक टाइम्स एजेंसी/गर्भवती होने के लिए महिलाएं क्या क्या नहीं करतीं। कई व्रत रखती हैं, कितने सारे देवी-देवताओं की पूजा करती हैं। कितने डॉक्टरों से सलाह लेती हैं। लेकिन इन महिलाओं ने बेटी की चाह में क्या किया, जान कर दंग रह जाएंगे। ये हैं लीजा हमफ्रीज जो पहले से ही एक बेटे की मां हैं लेकिन ये चाहती थीं कि इनका दूसरा बच्चा बेटी ही हो। इसके लिए इन्होंने पति के साथ संबंध भी बनाए तो ऐसे कि मानो कोई नियम फॉलो कर रही हों।
लीजा ने सेक्स पोजीशन भी संभल कर अपनाए, लगातार संतरे खाए और यहां तक कि अपने हनीमून पर सेक्स करने से मना कर दिया। ये सब इसलिए क्योंकि उनका मानना है, इसी तरह उन्हें बेटी पैदा हो पाएगी। गर्भवती होने के 20 हफ्ते बाद जब वे डॉक्टर से उन्हें पता चला कि उन्हें बेटी होगी तो खुशी के आंसू छलक आए।
लीजा का ये मानना भी है कि पीरियड्स के दौरान सेक्स कर लेने से बेटी नहीं पैदा होती। इसीलिए उन्होंने हनीमून पर भी सेक्स नहीं किया था। लीजा बताती है कि उन्होंने इस प्रक्रिया के बारे में पढ़ा ता। इसे शेटेल्स कहते हैं औऱ इसके मुताबिक जब आप मासिक धर्म से गुजरने वाले हों और उससे पहले ही सेक्स कर लें तो लड़का होने की संभावना बढ़ जाती हैं क्योंकि उस वक्त नर स्पर्म ज्यादा तेजी से अंडे की तरफ भागते हैं।
लीजा की तरह ही केटी डेवीज भी चाहती थीं कि उन्हें पहले बेटी फिर बेटा। इसके लिए उन्होंने सर्दियों में ही सेक्स करना बेहतर समझा। जाहिर है, ये भी उन्होंने कहीं पढ़ा ही था। उन्होंने भी शेटेल्स तरीका अपनाया था। खाने में वे कैल्शियम औऱ मैगनीशियम युक्त चीजें, पत्तेदार हरी सब्जियां ज्यादा खाती थीं। ये सब करने के दो महीने बाद उन्हें पता चला कि वे गर्भवती हैं औऱ गर्भ में बेटी है।
शेटेल्स के मुताबिक पीरियड्स के 2-3 दिन पहले सेक्स करने से नर स्पर्म अंडों तक तेजी से पहुंचते हैं जबकि कुछ दिन बाद करने से नर स्पर्म तब तक मर जाते हैं और मादा स्पर्म अंडे के साथ मिल जाते हैं। संतरे खाने के पीछे ये तर्क है कि संतरे की एसिडिटी नर स्पर्म को मार देती है। मादा स्पर्म को अंडे तक जल्दी पहुंचाने के लिए ये महिलाएं सेक्स के बाद सिर के बल तक खड़ी हो जाती थीं।
वहीं जब केटी को बेटा चाहिए था तो उन्होंने फिर अपना खान-पान बदल लिया और यौन संबंधी आदतें भी। इसके लिए उन्होंने गर्मियों में सेक्स किया, पोटाशियम युक्त चीजें खाईं। और उन्हें बेटा हुआ भी।
इसी तरह डोना लैंबर्ट ने भी बेटी पैदा करने में कोई कसर नहीं छोड़ी। डोना ने पहले ही एक बेटा गोद लिया हुआ और एक बेटा पैदा कर चुकी थीं। अब उनकी तमन्ना थी कि बेटी हो। इसके लिए उन्होंने पूरी जद्दोजहद की।