बेटों ने मिलकर रची साजिश, पेंशन के लिए मां के शव को चार महीने तक छिपाए रखा
वाराणसी : कल्पनाओं से परे एक आपराधिक घटना को वाराणसी में अंजाम दिया गया, जहां मां को मिलने वाली पेंशन पाने के लिए पांच बेटों ने चार महीने तक उसके शव को छिपाए रखा और सरकारी पैसै खाते रहे, लेकिन, कहावत है कि अपराध छिपाए नहीं छिपती है, आखिरकार लोगों को इस घटना के बारे में पता चल गया और पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। वाराणसी के कबीरनगर में रहने वाली पांच बेटों की मां अमरावती देवी ने कभी सपने में भी नहीं सोचा होगा कि उनके मरने के बाद, लाश के नाम पर भी बेटे-बहू पैसे वसूलेंगे। मामला भेलूपुर थाना क्षेत्र के दुर्गाकुंड स्थित आवास विकास कॉलोनी का है, जहाँ 70 वर्षीय अमरावती देवी का निधन करीब चार महीने पहले 13 जनवरी को हो गया था, इनके पति दयाशंकर कस्टम विभाग में सुपरिटेंडेंट थे, जिनका निधन पहले ही हो चुका है। पति के निधन के बाद उन्हें पेंशन मिलती थी, अचानक से बूढ़ी महिला का निधन हो गया, जिसके बाद बेटे और बहुओं ने मिलकर अनोखा खेल रचा। पेंशन की लालच में मां की लाश पर केमिकल लगा कर रख दिया और चार महीने से पेंशन वसूल रहे थे। किसी तरह पड़ोसियों को इसकी खबर लग गई, तो उन्होंने पुलिस को इसकी सूचना दी। पड़ोसियों ने बताया कि बेटे और बहुओं मिलकर उस पर बहुत अत्याचार किया। वे लोग इतने अमानवीय हो गए थे कि मरने के चार महीने बाद तक दाह संस्कार नहीं किया और उसके शव के नाम पेंशन उठाते रहे। पुलिस मौके पर पहुंची तो शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा।