बेसहारा बच्चों को जीना सिखा रहीं ओबामा की बहन
कूगेलो : अपने पैतृक घर जाने के लिए शनिवार को केन्या पहुंचे बराक ओबामा का स्वागत एयरपोर्ट पर उनकी सौतेली बहन एउमा ओबामा ने किया। एउमा कहती हैं कि उन्हें अपने भाई पर नाज है। उन्होंने उनके नाम को दुनिया के कोने-कोने तक पहुंचाया है। एउमा बेसहारा बच्चों की जिंदगी सुधारने के लिए काम करती हैं। उनका संगठन साउती कू बच्चों को गरीबी के दुष्चक्र से निकालकर अपने पैरों पर खड़ा होने में मदद करता है। ओबामा का उदाहरण देते हुए एउमा बच्चों से कहती हैं कि अगर वह बेहतरीन शिक्षा हासिल करें और मेहनत करें तो वे जीवन में कुछ भी हासिल कर सकते हैं। वह बराक के पिता बराक ओबामा सीरियर की पहली पत्नी की बेटी हैं। एउमा और बराक की पहली मुलाकात शिकागो में हुई थी, जब दोनों उम्र के 20वें दशक में थे। ओबामा ने खत लिखकर उन्हें अमेरिका आने का निमंत्रण दिया था। तब से दोनों भाई-बहन संपर्क में हैं। ओबामा-मिशेल की शादी में एउमा ब्राइडमेड बनी थीं, तब से एउमा और मिशेल में गहरी दोस्ती है। उन्होंने हीडलबर्ग यूनिवर्सिटी से जर्मन भाषा की पढ़ाई की है।