महामारी से तंग आकर राजा ने समस्त प्रजा को होली का त्योहार न मनाने का आदेश दे दिया। लेकिन कुछ सालों के बाद इत्तेफाक से उस राजा की भी मौत होली के दिन ही हो गई। उसके बाद से ही यहां होली का त्योहार न मनाने की एक परंपरा बन गई, जो अब तक चली रही है। उनका मानना है कि अगर राजा के आदेश की अवहेलना की तो उनका भूत आकर गांव में तबाही मचा देगा।