फीचर्डव्यापार

बैंक ऑफ इंग्लैंड का गवर्नर नहीं बनना चाहते , शिकागो यूनिवर्सिटी में चल रही अच्छी जॉब : रघुराम राजन

नई दिल्ली : रिजर्व बैंक के पूर्व गवर्नर रघुराम राजन ने कहा है कि उनकी शिकागो यूनिवर्सिटी में जॉब अच्छी चल रही है और वह इससे खुश हैं और बैंक ऑफ़ इंग्लैंड का गवर्नर नहीं बनना चाहते। गौरतलब है कि बैंक ऑफ इंग्लैंड में अगले साल गर्वनर की कुर्सी खाली हो रही है। इसके पद की दौड़ में दुनिया के टॉप बैंकर्स में से एक रघुराम राजन का नाम भी शामिल है। बैंक ऑफ इंग्लैंड, भारत के रिजर्व बैंक की तरह ही सेंट्रल बैंक है। राजन ने कहा है कि वह एक प्रोफेसर हैं और उनके पास शिकागो यूनिवर्सिटी की अच्छी नौकरी है। फिलहाल उनका नौकरी छोड़ने का कोई मन नहीं है। उन्होंने ये भी कहा है कि वह कोई प्रोफेशनल बैंकर भी नहीं हैं। वह एक एकेडमिक हैं।
रघुराम राजन सितंबर, 2016 तक भारतीय रिजर्व बैंक के गवर्नर रह चुके हैं और अब अमेरिका में प्रोफेसर की जॉब कर रहे हैं। जून 2019 में बैंक ऑफ इंग्लैंड के गवर्नर का पद खाली हो जाएगा, अभी वहां पर मार्क कार्ने गवर्नर है, जो पहले कनाडा के सेंट्रल बैंक में भी प्रमुख रह चुके हैं। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, ब्रिटेन की सरकार इस पद के लिए उम्मीदवारों की तलाश कर रही है। बैंक ऑफ इंग्लैंड के तीन सदियों के इतिहास में 2013 में पहली बार किसी विदेशी ने इस बैंक के गवर्नर पद संभाला था। रघुराम राजन उन चुनिंदा लोगों में से थे, जिन्होंने 2008 की आर्थिक मंदी की भविष्यवाणी की थी। उनकी भारतीय इकोनॉमी को संभालने के लिए उनकी तारीफ की जाती है। उन्होंने 2013 में भारतीय रिजर्व बैंक के गवर्नर का पदभार संभाला था। इससे पहले भी वे शिकागो यूनिवर्सिटी के बूथ बिजनेस स्कूल में प्रोफेसर थे। जहां वे आरबीआई का कार्यकाल पूरा कर लौट गए। मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में जन्में 55 साल के राजन आईआईटी नई दिल्ली, आईआईएम अहमदाबाद और मैसाच्युसेट्स इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी के छात्र रह चुके हैं। वह हर जगह गोल्डमेडलिस्ट रहे हैं और बतौर आरबीआई गवर्नर उन्होंने भारत में सोने के आयात को कंट्रोल करने के अलावा नोटबंदी का दौर भी देखा था। उनके कार्यकाल में नॉन परफॉर्मिंग एसेट्स बैंकों की अंडर कैपिटलाइजेशन और रुपए को बचाने जैसे फैसलों पर प्राथमिकता दी गई। उस दौरान फॉरेन रिजर्व 100 अरब डॉलर बढ़ा गया था। आरबीआई गवर्नर बनने के पहले वह भारत की फाइनेंस मिनिस्ट्री में चीफ इकोनॉमिक एडवाइजर के रूप में भी काम कर रहे थे।

Related Articles

Back to top button