बॉस्टन मैराथन धमाके के दोषी को मृत्युदंड
बॉस्टन : वर्ष 2013 में बॉस्टन मैराथन के दौरान धमाका करने के दोषी जोख़ार जारनेव को मौत की सज़ा सुनाई गई है। इस धमाके में तीन लोगों की मौत हो गई थी और 264 अन्य घायल हो गए थे। अमेरिका की एक अदालत ने गत शुक्रवार को आखिर 15 घंटे विचार-विमर्श के बाद 21 वर्षीय जारनेव को जहर का इंजेक्शन देकर मृत्युदंड देने का आदेश दिया। इसी अदालत ने पिछले महीने जारनेव को 15 अप्रैल 2013 को बॉस्टन मैराथन दौड़ के समय वहां दो प्रेशर कुकर बम रखने का दोषी पाया था। ज्यूरी ने जारनेव पर लगे 17 आरोपों में से छह के लिए मौत की सजा का हकदार पाया। इन आरोपों में बम हमले में जान गंवाने वाले आठ साल के रिचर्ड और 23 साल के चीन के छात्र लिग्जी लू की हत्या भी शामिल है। जारनेव को जब मौत की सजा सुनायी गयी, तो वह काले कोट और हल्के रंग की शर्ट पहने अदालत में चुपचाप खड़ा था। उसने अपना सिर नीचे झुका रखा था, लेकिन उसके चेहरे पर किसी तरह के भाव नहीं थे। गवाही के 10 हफ्तों के दौरान जूरी सदस्यों ने 150 गवाहों के बयान सुने, जिनमें वे लोग भी शामिल थे, जिन्होंने उस हमले में अपने पैर गंवा दिये थे।