जोधपुर(राजस्थान): शहर के रहने वाले नीतेश जैन की फेसबुक पर ब्राजील की हेलाइता से दोस्ती हो गई। एक साल चैटिंग के दौरान दोनों इतने नजदीक आ गए कि उन्होंने एक-दूसरे का हाथ थामने का फैसला कर लिया। दोनों के घरवाले भी इस शादी के लिए राजी हो गए। नीतेश से शादी करने नवंबर 2016 में हेलाइता जोधपुर भी आ गईं, लेकिन अब तक शादी नहीं हो पाई। जानें क्याें नहीं हाे पा रही है शादी…
– शादी के लिए हेलाइता को ब्राजील एम्बेसी से एनओसी की जरूरत थी। वहां के कानून के मुताबिक, लड़की का बालिग होना और लोकल मैरिज अफसर के साइन जरूरी हैं। हेलाइता ने ब्राजील में पिता से कॉन्टेक्ट कर एक दिन में फॉर्मेलिटीज पूरी कर एम्बेसी से एनओसी ले ली।
– इसके बाद मार्च में दोनों ने जोधपुर कलेक्ट्रेट में इंडियन कॉन्स्टिट्यूशन के स्पेशल मैरिज एक्ट 1954 के मुताबिक शादी के लिए अप्लाई किया, लेकिन एडमिनिस्ट्रेशन ने इसे रेयरेस्ट मामला बता फॉरेन मिनिस्टरी से गाइडलाइन लेने तक शादी की इजाजत देने से मना कर दिया।
– अब 3 महीने से दोनों चक्कर काट रहे हैं, लेकिन एडमिनिस्ट्रेशन से कभी एम्बेसी से पूछने तो कभी कानूनी राय लेने की बात कहकर परमिशन नहीं दे रहा।
– अब इस जोड़े को डर है कि अगर शादी जल्दी नहीं हुई तो हेलाइता के वीजा की वैलिडिटी पूरी होने पर उसे बिना शादी ही ब्राजील लौटना पड़ेगा। अब नीतेश ने विदेश मंत्री सुषमा स्वराज और पीएमओ से मदद मांगी है।
– इधर, 7 महीने से जोधपुर रह रहीं हेलाइता अब टूटी-फूटी हिंदी बोलने लगी हैं।
किसी दूसरे देश के नागरिक से शादी की इजाजत मांगने का पहला मामला
कलेक्टर रविकुमार के मुताबिक, यह पहला मामला है, जिसमें भारतीय नागरिक किसी दूसरे देश के नागरिक से शादी की हमसे इजाजत मांग रहा है। हमने विदेश मंत्रालय में एप्लीकेशन भेजी है। वहां से डायरेक्शन मिला है कि ब्राजील एम्बेसी इस एप्लीकेशन को हेलाइता के डाेमीसाइल के मैरिज ऑफिसर को भेजे। ब्राजील के मैरिज ऑफिस पर यह नोटिस 7 दिन चस्पां रहेगा। वहां से क्लियर सर्टिफिकेट मिलने पर भारतीय एम्बेसी हमें परमिशन देगी और फिर ही यह जोड़ा शादी कर पाएगा।