जयपुर: राजस्थान विधानसभा चुनाव 2018 में सियासी उलटफेर का दौर जारी है। राजस्थान के दौसा से भाजपा सांसद हरीश मीणा बुधवार को कांग्रेस में शामिल हो गए हैं। चुनाव से पहले इसे भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के लिए बड़ा झटका माना जा रहा है। हरीश मीणा ने दिल्ली में कांग्रेस मुख्यालय में राजस्थान कांग्रेस महासचिव अशोक गहलोत और कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष सचिन पायलट की मौजूदगी में कांग्रेस की सदस्यता ली। बता दें कि पिछले लोकसभा चुनाव में हरीश मीणा ने चुनाव में अपने भाई और वरिष्ठ कांग्रेस नेता नमोनारायण मीणा को हराया था।
पूर्ववर्ती अशोक गहलोत सरकार में राज्य के पुलिस प्रमुख रहे पूर्व आईपीएस अधिकारी हरीश मीणा मार्च 2014 में भाजपा में शामिल हुए। पार्टी ने उन्हें दौसा सीट पर उनके ही बड़े भाई और तत्कालीन केंद्रीय राज्यमंत्री नमोनारायण मीणा के खिलाफ उतारा। इस सीट पर हरीश विजयी रहे जबकि किरोड़ीलाल मीणा दूसरे और नमोनारायण मीणा तीसरे स्थान पर आए।इस दौरान सचिन पायलट ने कहा कि हरीश मीणा पुराने कांग्रेसी हैं। उनके कांग्रेस में वापस आने पर हमें इसका लाभ मिलेगा। अब दोनों भाई मिलकर कांग्रेस को मजबूत करने का काम करेंगे।
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पायलट ने कहा, “वसुंधरा के राज में कुछ ठीक नहीं रहा। प्रदेश सरकारी की रिपोर्ट कार्ड जनता के सामने है। अब जनता चुनाव में इसका जवाब देगी। 22 विधानसभा सीटों पर हुए उपचुनाव में से 20 सीटों पर कांग्रेस जीती है। हम अति उत्साह में नहीं है। आने वाला समय कांग्रेस का है।”इस मौके पर अशोक गहलोत ने कहा, “भाजपा धर्म के आधार पर राजनीति कर रही है। कांग्रेस पार्टी ने देश की आजादी के लिए पहले भी शहादत दी थी और आज भी दी है। इंदिरा गांधी और राजीव गांधी का बलिदान लोग कभी नहीं भूल सकते। भाजपा या आरएसएस वालों ने आज तक अपनी अंगुली तक नहीं कटवाई है।”
गहलोत ने कहा, “देश के तमाम नेता कांग्रेस के साथ आ रहे हैं। हरीश मीणा के कांग्रेस में आने से पार्टी को मजबूती मिलेगी। राजस्थान में भाजपा वाले 180 के मिशन की बात करते थे, आज उनकी बोलती बंद हो गई है।”राजनीतिक जानकारों के मुताबिक कांग्रेस को भाजपा से राज्यसभा सांसद बनें किरोड़ीलाल मीणा को टक्कर देने के लिए एक सशक्त मीणा नेता की तलाश थी जो अब पूरी हो गई है।