बड़ा खुलासा: पीएम मोदी की ह्त्या की साजिश कर रहे थे कोंग्रेसी नेता दिग्विजय सिंह, देश की राजनीति में हड़कंप
नई दिल्ली : पीएम मोदी की ह्त्या की साजिश में शामिल वामपंथियों पर शिकंजा कस चुका है. हांलाकि इन वामपंथियों की गिरफ्तारी को लेकर सबसे ज्यादा शोर तो कांग्रेस के नेताओं ने ही मचाया था, तभी से शक जताया जा रहा था कि आखिर कांग्रेस को इनसे इतनी हमदर्दी क्यों है. आरोप हैं कि कोंग्रेसी वकीलों की फ़ौज ने इन अर्बन नक्सलियों को गिरफ्तारी से बचाया और इन्हे केवल घर पर नज़रबंद ही किया गया.
अमित मालवीय ने किया खुलासा!
महाराष्ट्र पुलिस ने खुलासा किया था कि ये अर्बन नक्सली 2 बड़े कांग्रेस नेताओं के संपर्क में थे. दोनों कांग्रेस नेताओं से इन नक्सलियों की दिल्ली और मुंबई में मीटिंग भी हुई थी. हांलाकि पुलिस ने इन दोनों ही नेताओं के नामों का खुलासा नहीं किया था. इन पांच अर्बन नक्सलियों से पूछताछ के बाद ही पुलिस को इन नामों का खुलासा करना था.
अब इस मामले में एक बड़ी जानकारी सामने आ रही है, जिसने सभी को हैरान कर दिया है. जानकारी के मुताबिक़ अर्बन नक्सलियों के दस्तावेजों में एक कोंग्रेसी नेता को बतौर दोस्त कहते हुए उसका फ़ोन नंबर लिखा हुआ मिला है. बताया जा रहा है कि ये नंबर किसी और का नहीं बल्कि वरिष्ठ कोंग्रेसी नेता दिग्विजय सिंह का है.
दिग्विजय हैं नक्सलियों के दोस्त?
जानकारी के मुताबिक़ नक्सलियों ने अपनी चिट्ठी में लिखा था, “कांग्रेस नेता इस काम में (मोदी की हत्या) हमारी मदद करने के लिए तैयार है और आप अधिक जानकारी के लिए हमारे कांग्रेस के मित्र को 9910230011 पर कॉल कर सकते है.”
ये नंबर कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह का बताया जा रहा है, यानि नक्सली अपने लैटर में दिग्विजय सिंह को अपना मित्र बता रहे थे, ये लैटर भी कोमरेड प्रकाश को लिखा गया था. इसी लैटर में कामरेड किशन द्वारा मोदी पर ग्रेनेड लांचर से हमला कर मोदी को उड़ा देने की बात भी कही गयी थी.
हांलाकि हर बार की तरह कोंग्रेसी नेता दिग्विजय सिंह इस बात से मुकर गए हैं कि वो नक्सलियों के संपर्क में थे और मोदी के क़त्ल करने की साजिश में उनकी सहायता कर रहे थे. जानकारी के मुताबिक़ दिग्विजय सिंह ने इस मामले में कहा है कि वो तो एक पब्लिक फिगर हैं और इसलिए उनका नंबर बहुत लोगों के पास होता है, उन्हें कोई जानकारी नहीं है कि नक्सलियों ने उनका नंबर अपनी डायरी में क्यों लिखा था.
जिग्नेश मेवानी का नाम भी आया सामने!
बता दें कि ये खुलासा बीजेपी के अमित मालवीय ने किया है कि नक्सलियों की डायरी में दिग्विजय सिंह का नंबर मिला है. हांलाकि पुलिस ने अभी तक आधिकारिक तौर पर किसी नाम का खुलासा नहीं किया है. सूत्रों के मुताबिक़ पुलिस नहीं चाहती कि जांच किसी तरह से प्रभावित हो, पुलिस को पता है कि ये सभी नेता काफी रसूखदार हैं और कोई ना कोई तिकड़म लगा कर क़ानून की पकड़ से बच निकलेंगे, इसीलिए पुलिस अभी कोई खुलासा करने से बच रही है.
पुलिस पाँचों अर्बन नक्सलियों से पूछताछ कर पुख्ता सबूत जमा करना चाहती है, मगर सुप्रीम कोर्ट ने पाँचों की गिरफ़्तारी को ही रोक दिया. मामला दिन-प्रतिदिन गंभीर होता जा रहा है और साफ़ होता जा रहा है कि मोदी की ह्त्या की साजिश में ना केवल वामपंथी बल्कि कांग्रेस नेता व् स्वयं घोषित दलित नेता जिग्नेश मेवानी भी शामिल थे.
हिन्दुओं को आतंकी घोषित करने की साजिश में भी था दिग्विजय का हाथ!
वैसे दिग्विजय सिंह के नक्सलियों के लिंक होना ज्यादा चौंकाने वाली बात नहीं है क्युकी दिग्विजय सिंह आतंकवादियों पर पहले से काफी सॉफ्ट रहे हैं. दुनिया के सबसे खूंखार आतंकवादी ओसामा बिन लादेन को “ओसामा जी” और मुम्बई हमले के मास्टर माइंड हाफिज सईद को “साहब” कहते हैं दिग्विजय सिंह.
इस्लामिक प्रचारक जाकिर नाइक के साथ भी दिग्विजय सिंह संपर्क में रहते थे. इसके अलावा मुम्बई हमलों में आरएसएस व् हिन्दुओं को बदनाम करने में भी दिग्विजय सिंह का बड़ा हाथ था. दिग्विजय सिंह ने ही 26/11 हमले पर लिखी गयी किताब “आरएसएस की साजिश” का लोकार्पण किया था, जिसके जरिये आरएसएस को आतंकवादी संगठन घोषित करवाने की साजिश की गयी थी.
अब पीएम मोदी की ह्त्या की साजिश में दिग्विजय सिंह का नाम सामने आने पर कायदे से तो इस मुद्दे पर मीडिया में डिबेट होनी चाहिए, पुलिस द्वारा दिग्विजय को गिरफ्तार करके पूछताछ होनी चाहिए, मगर इन नेताओं को यकीन है कि यदि ऐसा कुछ हुआ भी तब भी न्यायपालिका में बैठे इनके अर्बन नक्सली साथी इन्हे बचा लेंगे.