बड़ीखबर : मोदी की नजरें अब गुजरात पर
नई दिल्ली : इधर यू.पी. व उत्तराखंड में सरकार गठन के फार्मूले पर कवायद चल रही थी। उधर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी गुजरात की रणनीति पर मंथन कर रहे थे। सूत्रों का कहना है कि जिस तर्ज पर उत्तर प्रदेश व उत्तराखंड में भाजपा की बल्ले-बल्ले कराने के लिए मोदी ने गुगली गेंदबाजी करके विपक्ष को हिट विकेट किया। उसी तर्ज पर पी.एम. अपने गृह प्रदेश गुजरात में भी विपक्ष पर खुद तीखे निशाने साधेंगे।
आम चर्चा है कि गुजरात के मामले में मोदी किसी भी नेता पर भरोसा नहीं करते हैं। पांच राज्यों में मतदान के बाद मोदी ने गुजरात का रुख किया था। वहां दो पारियोजनाओं के उद्घाटन के साथ पार्टी की ईकाई की चुनावी तैयारियों की नब्ज भी टटोली थी। सुखबीर शरण अग्रवाल का कहना है कि गुजरात में पटेल समुदाय के आरक्षण आन्दोलन की दबिश को भांपकर मोदी किसी भी तरह का रिस्क लेने के मूड में नहीं हैं। इस बार क्योंकि आप भी चुनाव लडऩे तथा पटेलों को साधने की कोशिश में हैं। इसलिए कांग्रेस के अलावा आप को भी धड़ाम से पटकनी देने का दायित्व अमित शाह को सौंपा जा रहा है। बताया जाता है कि पिछले सप्ताह पी.एम. ने गुजरात की टीम को दिल्ली बुलाकर गहन चर्चा की।
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सूत्रों का कहना है कि जमीनी ताकत की मजबूती के लिए जो चक्रव्यूह बनाया गया। उसमें एक-एक मंडल तक की समीक्षा की गई। अमित शाह ने मिशन गुजरात की तैयारियों का ब्यौरा दिया। बैठक में प्रदेश की टीम के अलावा सांसदों, मीडिया से जुड़े नेताओं के अलावा जिला तथा मण्डल के प्रमुख पदाधिकारियों से चर्चा करने के साथ मोदी ने अपने आक्रामक अन्दाज में यू.पी. तथा उत्तराखंड सरीखी फसल उगाने की घुट्टी पिलाई। पता चला है कि पी.एम. ने सभी 182 विधानसभा सीटों को लेकर तरकस के बाणों की धार तीखी करने की हिदायत दी है।