उत्तराखंड

बड़ीखबर : सत्ता से बाहर हुई कांग्रेस किसे चुनेगी नेता प्रतिपक्ष

सूत्रों का कहना है कि नेता प्रतिपक्ष बनने के लिए नेता दिल्ली दरबार में हाजिरी लगाने की जुगत जमाने में लगे हैं। दूसरी तरफ कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी बीमारी के कारण देश से बाहर हैं और उनके भारत वापस आने के बाद से ही नए नेता प्रतिपक्ष का चयन किया जाएगा।

कौन होगा कांग्रेस विधायक दल नेता?
बुरी तरह से सत्ता खोकर विपक्ष में पहुंची कांग्रेस के पास केवल 11 विधायक हैं। कांग्रेस विपक्ष में है तो जाहिर है कि उसे सदन में विधायक दल के नेता को भी चुनना होगा। सवाल यहीं से शुरू होता है कि कांग्रेस के विधायक दल का नेता कौन होगा?

केवल तीन दिग्गज ही जीते हैं
कांग्रेस के 11 विधायकों में केवल तीन ही दिग्गज हैं जो अपनी-अपनी सीट बचा पाए हैं। पहली हैं हल्द्वानी सीट से इंदिरा हृदयेश, दूसरे जागेश्वर सीट से गोविंद सिंह कुंजवाल और तीसरे हैं चकराता से प्रीतम सिंह। सीनियर होने के नाते इन्हीं में से किसी को नेता प्रतिपक्ष के रूप में चुना जा सकता है।
 
युवा विधायकों को मिल सकता है मौका
वहीं, अगर बात करें युवा विधायकों की तो उनकी संख्या है आठ। हो सकता है कि युवाओं को लेकर सहमति बने। जिसमें प्रमुख हैं केदारनाथ विधायक मनोज रावत, रानीखेत से दूसरी बार विधायक बने करण माहरा और मंगलौर से दूसरी बार चुनाव जीते काजी निजामुद्दीन।फिलहाल नेता प्रतिपक्ष के लिए जिन नेताओं के नाम की चर्चा है उनमें सूबे की पूर्व वित्तमंत्री इंदिरा हृदयेश और राज्य के पूर्व गृहमंत्री प्रीतम सिंह का नाम शामिल हैं। इसके अलावा पूर्व विधानसभा अध्यक्ष गोविंद सिंह कुंजवाल का नाम सबसे आगे बताया जा रहा है। नेता प्रतिपक्ष कौन होगा इसके नाम पर फाइनल मुहर आलाकमान को लगानी है।

कुंजवाल का पक्ष ज्यादा मजबूत

हालांकि, माना जा रहा है कि वरिष्ठ नेताओं को ही इस पद के लिए चुना जाएगा। इंदिरा और कुंजवाल में से ही कांग्रेस नेता प्रतिपक्ष के तौर पर किसी को सदन भेजेगी। बता दें कि इंदिरा हल्द्वानी सीट से तीसरी बात विधानसभा पहुंची हैं जबकि कुंजवाल चौथी बार। दोनों भी दिग्गज अनुभवी हैं। साथ ही कुंजवाल स्पीकर जैसा महत्वपूर्ण पद भी संभाल चुके हैं।

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