नई दिल्ली: रिलायंस जियो के उपभोक्ताओं के लिए बड़ी खबर आई है. कंपनी ने पूरी तरह से मुफ्त कॉलिंग की सुविधा बंद करने जा रही है. रिलायंस जियो ने फैसला लिया है कि अगर कोई जियो उपभोक्ता किसी दूसरे नेटवर्क पर कॉल करता है तो उसे पैसे खर्च करने होंगे. हालांकि जियो टू जियो कॉलिंग की फ्री सर्विस जारी रहेगी. जियो की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि जियो (JIO) उपभोक्ताओं को दूसरे नेटवर्क पर कॉल करने के एवज में प्रति मिनट 6 पैसे खर्च करने होंगे. फ्री कॉलिंग सर्विस 10 अक्टूबर से बंद होंगे.
यहां आपको बता दें कि मौजूदा वक्त में जियो (JIO) के सारे प्लान में केवल इंटरनेट डाटा के पैसे लगते हैं. कॉलिंग और मैसेज सर्विस पूरी तरह फ्री होते हैं. अब कंपनी ने फ्री कॉलिंग सर्विस को सिमित करने का फैसला लिया है. पहले चरण में दूसरे नेटवर्क पर कॉल करने का चार्ज लगाया गया है. यानी अब जियो (JIO) उपभोक्ताओं को दूसरे नेटवर्क पर कॉल करने के लिए अलग से IUC (इंटरकनेक्ट यूजेस चार्ज) टॉप-अप रीचार्ज कराना होगा.
इस वजह से जियो (JIO) ने खत्म की फ्री कॉलिंग सर्विस
भारतीय दूरसंचार विनियामक प्राधिकरण (TRAI) ने एक टेलिकॉम नेटवर्क से दूसरे नेटवर्क पर कॉलिंग के लिए शुल्क तय कर दी है. फिलहाल जियो (JIO) इस शुल्क को खुद ही अदा कर रही थी, लेकिन अब कंपनी ने यह बोझ उपभोक्ताओं पर डालने का फैसला लिया है. ट्राई की ओर से लगाए जाने वाले इस शुल्क को IUC कहते हैं. उदाहरण के तौर पर अगर जियो (JIO) उपभोक्ता किसी एयरटेल के नंबर पर कॉल करते हैं तो जियो (JIO) को एयरटेल को ट्राई की ओर से तय आईसीयू चुकाना पड़ता है. ठीकी इसी तरह जब एयरटेल उपभोक्ता जियो (JIO) पर कॉल करेगा तो एयरटेल को जियो (JIO) को ICU चुकाना पड़ता है.
शुरुआत में भारत की लगभग सभी टेलीकॉम कंपनियों के उपभोक्ताओं की संख्या में संतुलन था, जिसके चलते अगर एयरटेल के उपभोक्ता जियो (JIO) नेटवर्क पर 100 कॉल करते हैं और इतने ही कॉल जियो (JIO) उपभोक्ता एयरटेल के नेटवर्क पर करते हैं तो दोनों कंपनियों के बीच ICU चार्ज में संतुलन बना रहता था. मौजूदा वक्त में यह संतुलन बिगड़ चुका है, जिसके चलते दूसरी कंपनी को ICU चार्ज भरने में काफी नुकसान हो रहा है. यहां आपको बता दें कि वोडाफोन-आइडिया का मार्केट शेयर 32.53 प्रतिशत, जियो (JIO) का मार्केट शेयर 29.08 फीसदी और एयरटेल का शेयर 28.12 फीसदी है। यहां यह भी गौर करने वाली बात यह है कि जियो (JIO) के उपभोक्ताओं के आउटगोइंग कॉल्स ज्यादा होते हैं.
TRAI ने साल 2017 में 6 पैसे प्रति मिनट ICU तय किया था. साथ ही आश्वासन दिया था कि जनवरी 2020 तक इसे खत्म कर दिया जाएगा. अब TRAI ने ICU चार्ज नहीं हटाने का फैसला लिया है, जिसके बाद जियो (JIO) ने यह बोझ उपभोक्ताओं पर ही लादने का फैसला लिया है.