जयपुर.मानसरोवर हीरापथ निवासी राजनारायण सक्सेना व उनके बेटे सौरभ सक्सेना की हत्या शनिवार रात साढ़े दस बजे बाद की गई थी, क्योंकि साढ़े दस बजे वह घर से कुछ ही दूर मोबाइल स्टोर पर मोबाइल में बैलेंस रिचार्ज कराया था। सौरभ के साथ एक व्यक्ति और भी था, जिसका पता अभी नहीं लगा है। सक्सेना के घर के आंगन में रविवार सुबह के अखबार पड़े मिले, जिन्हें खोला ही नहीं गया था।
इस बीच एक चौंकाने वाली जानकारी आसपास रहने वाले लोगों ने पुलिस को दी है। मंगलवार रात 8 बजे बाद सक्सेना पिता-पुत्र की हत्या का खुलासा हुआ था, जबकि शाम 4 बजे करीब ही एक महिला सक्सेना के घर से लेपटॉप और एक बैग में कुछ और सामान लेकर निकली थी। उसकी उम्र 30-35 साल होगी। साड़ी पहने थी। पड़ोसियों ने उस महिला को टोका भी था। तब उस महिला ने कहा था- सौरभ भैया ने ही बुलाया था और उन्होंने ही यह सामान देकर वापस भेजा है। …यानी इस महिला ने पड़ोसी लोगों से झूठ बोला, क्योंकि पिता-पुत्र की हत्या तो शनिवार रात ही हो गई थी। सक्सेना के घर खाना बनाने आने वाली नौकरानी भी चार दिन से नजर नहीं आई है।
रोशन रहने वाला घर होली को अंधेरे में था
स्थानीय लोगों ने बताया कि सौरभ घर के अंदर व बाहर की सभी लाइटों को जलाकर रखता था। होली की रात को घर में अंधेरा छाया हुआ था। लोगों को शक भी हुआ था कि अचानक पिता-पुत्र कहां चले गए। स्थानीय लोगों ने बताया कि उनके घर में जाने पर दोनों घर में घुसे लोगों से झगड़ा कर लेते थे इसके चलते कोई उनके घर में नहीं जाता था। इसी के चलते दो दिन तक घर में किसी ने ध्यान नहीं दिया।
सीसीटीवी कैमरे तोड़े, रिकॉर्डर गायब है
पुलिस के कहने पर एक सप्ताह पहले ही सौरभ ने घर के ग्राउंड फ्लोर पर सीसीटीवी कैमरे लगवाए थे। हत्यारों ने घर में लगे सीसीटीवी कैमरे तोड़कर घर में बने पानी के टैंक में डाल दिए और रिकार्डर अपने साथ ले गए। पुलिस ने बुधवार को टैंक से पानी निकाल कर कैमरे निकाले। घर में निर्माण कार्य के दौरान पिता-पुत्र का रुपए देने की बात को लेकर श्रमिकों से अक्सर झगड़ा होता था। कई बार सौरभ व श्रमिकों में मारपीट भी हुई है। पुलिस हत्याकांड को श्रमिकों के झगडे से भी जोड़ कर जांच कर रही है कहीं श्रमिकों ने ही रुपए को लेकर हत्या कर दी हाे।