भगवान के अनुसार करें उन्हे नैवेद्य अर्पण, मनोकामना होगी पूरी
हिन्दू धर्म में पूजा-पाठ का विषेश महत्व है। मान्यता के अनुसार भगवान की कृपा पाने के लिए हर इंसान पूजा-पाठ व भगवान कि आराधना करता है। जिसमें हर छोटी-छोटी चीजों का बड़ा ही महत्व होता है। अगर आप पूरे विधि-विधान व नियम के अनुसार भगवान कि पूजा-अर्चना करते हैं, तो निश्चित ही आपको भगवान की कृपा प्राप्त होगी। भगवान की पूजा-अर्चना करने में प्रसाद का भी एक महत्वपूर्ण स्थान होता है, अगर आप सही तौर पर, सही भगवान को, सही प्रसाद अर्पित करते हैं, तो इससे भी आपको भगवान की कृपा प्राप्त होगी। इससे पहले जानकारी के लिए आपको बतादें कि प्रसाद को प्रचीन काल से ही नैवेद्य कहते हैं, जो कि शुध्द और सात्विक अर्पण होता है। तो चलिए जानते हैं कौन से भगवान को कौन सा प्रसाद या नैवेद्य चढ़ाना हमारे लिये फलदायी हो सकता है।
1. शिवजी के नैवेद्य में तुलसी की जगह बेल और गणेशजी के नैवेद्य में दूर्वा रखते हैं।
2. विष्णुजी को खीर या सूजी के हलवे का नैवेद्य बहुत पसंद है।
3. शिव को भांग और पंचामृत का नैवेद्य पसंद है।
4. सरस्वती को दूध, पंचामृत, दही, मक्खन, सफेद तिल के लड्डू तथा धान का लावा पसंद है।
5. लक्ष्मीजी को सफेद रंग के मिष्ठान्न, केसर भात बहुत पसंद होते हैं।
6. दुर्गाजी को खीर, मालपुए, पूरणपोली, केले, नारियल और मिष्ठान्न बहुत पसंद हैं।
7. गणेशजी को मोदक या लड्डू का नैवेद्य अच्छा लगता है।
8. श्रीरामजी को केसर भात, खीर, धनिए का प्रसाद आदि पसंद हैं।
9. हनुमानजी को हलुआ, पंच मेवा, गुड़ से बने लड्डू या रोठ, डंठल वाला पान और केसर भात बहुत पसंद है।
10. श्रीकृष्ण को माखन और मिश्री का नैवेद्य बहुत पसंद है।