‘भगवान’ ने आखिरकार क्रिकेट को कहा-अलविदा
नई दिल्ली (एजेंसी)। क्रिकेट के ‘भगवान’ ने गुरुवार को टेस्ट क्रिकेट से सन्यास लेने की घोषणा कर अपने प्रशंसकों को मायूस कर दिया। वेस्ट इंडीज के खिलाफ अगले महीने सचिन अपना 200वां टेस्ट खेलेंगे। पिछले दो सालों से खराब फार्म में रहे सचिन ने अपने फैसले से बीसीसीआई को अवगत करा दिया है। इसी के साथ उन्होंने पिछले काफी समय से क्रिकेट से अलविदा कहने की सभी अटकलों पर विराम लगा दिया है।
लगातार खराब फार्म के कारण तेन्दुलकर पर युवा खिलाड़ियों के लिए जगह छोड़ने का दबाव था। ऐसे में उनका क्रिकेट सन्यास लेने का फैसला कोई हैरानी भरा नहीं है। पांच फिट पांच इंच के इस महान क्रिकेटर ने देश का अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में स्वाभिमान बढ़ाया है। सचिन ने 24 साल तक भारत के लिए खेल कर अपने लिए कई कीर्तिमान गढ़े। उन्हें क्रिकेट का भगवान कहा जाने लगा।
अपने फैसले का इजहार करते हुए सचिन ने कहाकि देश के लिए खेलना मेरा हमेशा से सपना रहा है। मुझे जो कुछ मिला उसके लिए मैं बीसीसीआई को धन्यवाद देता हूं। इसके साथ ही मैं अपने प्रशंसकों का बेहद शुक्रगुजार हूं, जिनके प्यार ने मुझे चुनौतियों से लड़ने की हिम्मत दी और सफलता के इस मुकाम तक पहुंचाया। उन्होंने आगे कहाकि क्रिकेट के बिना मेरे लिए जिंदगी बेहद मुश्किल है, क्योंकि 11 साल की उम्र से ही क्रिकेट मुझ में रच बस गया है।
बीसीसीआई की ओर से जारी एक बयान में सचिन के संयास की विधिवत घोषणा कर दी गई है। सचिन के फैसले पर अपने विचार व्यक्त करते हुए बीसीसीआई के राजीव शुक्ला ने कहाकि हमें सचिन के फैसले का सम्मान करना चाहिए।
सचिन दुनिया के एकमात्र ऐसे बल्लेबाज हैं, जिनके नाम 100 अंतरराष्ट्रीय शतक हैं। उन्होंने पहला टेस्ट शतक ओल्ड ट्रैंफर्ड में 1990 में बनाया था और आस्ट्रेलिया के 1991 झ्र 92 दौरे पर उन्होंने सिडनी और पर्थ में शतक जड़े थे।