भगवान शिव की पूजा में रखें इन बातों का ध्यान, वरना….
महाशिवरात्रि का दिन भगवान शिव को प्रसन्न करने का सबसे उत्तम दिन है। महाशिवरात्रि के व्रत और पूजा से भगवान शिव आसानी से प्रसन्न हो जाते हैं और भक्तों की मनोकामनाएं पूर्ण करते हैं। कहा जाता है कि भगवान शिव सच्चे मन से जल अर्पित कर देने मात्र से ही प्रसन्न हो जाते हैं, लेकिन हमें उनकी पूजा और व्रत के दौरान कुछ बातों का ध्यान रखना चाहिए। यदि हम इन बातों का ध्यान नहीं रखेंगे, तो व्रत और पूजा का फल प्राप्त नहीं होगा।
महाशिवरात्रि को शिव पूजा में ध्यान रखने वाली बातें
1. भगवान शिव को बेलपत्र प्रिय है। महाशिवरात्रि के दिन पूजा के समय भगवान शिव को बेलपत्र अवश्य अर्पित करें। यदि आपके पास बेलपत्र नहीं है, तो मंदिर में चढ़ाए गए बेलपत्र को पानी से धोकर भगवान शिव को अर्पित कर सकते हैं। ऐसा करने से भी आपको पूर्ण फल प्राप्त होगा। बेलपत्र कभी अशुद्ध नहीं होता है। बेलपत्र में तीन पत्तियां होनी चाहिए।
2. भगवान शिव की पूजा में भांग, धतूरा, मदार का होनी जरूरी माना गया है। पूजा में उनको ये चीजें अर्पित करें।
3. भगवान शिव को श्वेत रंग प्रिय है। पूजा के समय आप श्वेत वस्त्र पहनें, उनको श्वेत पुष्प अर्पित करें। लाल वस्त्र का प्रयोग वर्जित है, इसलिए उनको सिंदूर, रोली, कुमकुमा आदि अर्पित न करें।
4. भोलेनाथ को पूजा में केसर, केतकी, चमेली, जूही, चंपा आदि का फूल तथा तिल कभी भी अर्पित नहीं करना चाहिए।
5. भगवान भोलेनाथ की पूजा में शंख का प्रयोग न करें क्योंकि उन्होंने शंखचूड़ नामस राक्षस का वध किया था। पौराणिक मान्यताओं के अनुसार, उसके भस्म होने के बाद उसकी हड्डियों से शंख बना था।