भगवा पार्टी में खींचतान
यूपी में भगवा पार्टी के प्रदेश कार्यालय का काया कल्प इन दिनों जोर शोर से हो रहा है। कुछ नए कमरे और हॉल तैयार हो रहे हैं तो कुछ पुराने कमरों को नया रंग रोगन कर जवान बनाया जा रहा है। साज सज्जा तो ऐसे हो रही है कि कारपोरेट ऑफिस भी शरमा जायें। कार्यालय में फ्लोर टाइल्स ऐसी लग रही हैं कि यदि संभल कर न चले तो रपटना तय जानिए। लकड़ी के चरमराते दरवाजों की जगह मोटे-मोटे शीशों के दरवाजे जड़ दिए गए हैं। चूंकि अब काम चल रहा है और आने जाने वालों की भी आदत अभी पड़ी नहीं है कि कौन सा शीशे का दरवाजा अन्दर को खुलता है और कौन से बाहर को। सो, जानकारी देने के लिए सभी दरवाजों पर सूचना चस्पा की गयी है, किसी में लिखा है अपनी ओर खींचिए तो किसी में लिखा है अन्दर को धकेलिए। पार्टी के एक पुराने नेता जो पार्टी की रीति-नीति से भिज्ञ हैं, काफी दिनों बाद जब कार्यालय पहुंचे तो कायाकल्प देखकर दंग रह गए। उनकी नजर भी दरवाजों पर चस्पा सूचना पर गयी। सो वे बरबस बोल पड़े, पार्टी में खींचतान तो अन्दरुनी स्तर पर रहती थी फिर दरवाजों पर यह क्यों लिखकर सार्वजनिक कर दिया कि खींचिए या धकेलिए।