13,500 करोड़ रुपये के घोटाला मामले में भगोड़े आरोपी नीरव मोदी ने प्रवर्तन निदेशालय से हुई बातचीत में भारत आने से इनकार कर दिया है। नीरव ने सुरक्षा कारणों का हवाला देते हुए सरेंडर करने से इनकार किया है।
मुंबई: पंजाब नेशनल बैंक (पीएनबी) के 13,500 करोड़ रुपये के घोटाला मामले में भगोड़े आरोपी हीरा कारोबारी नीरव मोदी ने भारत आने से इनकार कर दिया है। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के साथ मेल द्वारा हुई बातचीत में नीरव ने सुरक्षा कारणों का हवाला देते हुए सरेंडर करने से इनकार किया है।
नीरव ने ईडी से कहा, ‘मिल रही धमकियों और सुरक्षा कारणों से मैं भारत नहीं लौट सकता। मैंने होलिका दहन के दौरान खुद के पुतलों को लोगों द्वारा जलाते देखा है।’ उसने कहा कि उसके कर्मचारी (जिन्हें वेतन का भुगतान नहीं किया गया), मकान मालिक (जिनका किराया अभी देना बाकी है), उसके ग्राहक (जिनके गहने सीबीआई द्वारा जब्त कर लिए गए) और अन्य एजेंसियों व लोगों ने उसे धमकी दी है। नीरव ने कहा कि इतनी धमकियों के बाद मैं भारत नहीं लौट सकता।
बता दें कि ईडी ने नीरव मोदी और उसके मामा मेहुल चोकसी के खिलाफ 24 मई और 26 मई को आरोप पत्र दाखिल किए थे।इसके बाद दोनों के खिलाफ गैरजमानती वारंट जारी किए गए हैं। इंटरपोल ने भी दोनों आरोपियों के खिलाफ रेड कार्नर नोटिस (आरसीएन) जारी किया है। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के मुताबिक पीएनबी घोटाला मामले में अब तक भारत और विदेशों में 4,800 करोड़ रुपये की संपत्ति जब्त की जा चुकी है। 13,500 करोड़ रुपये के पीएनबी घोटाले में इनके अलावा बैंक के कई अधिकारियों को भी आरोपी बनाया गया है। बता दें कि फरवरी में पीएनबी ने 14,000 करोड़ रुपये के बैंक घोटाले की रिपोर्ट दी जिसमें हीरा व्यापारी नीरव मोदी और उनके मामा मेहुल चोकसी मुख्य आरोपी हैं और दोनों फरार हैं।
नीरव को मदद पहुंचाने वाले प्रबंधक पर केस
केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) पंजाब नेशनल बैंक (पीएनबी) के पूर्व उपप्रबंधक गोकुलनाथ शेट्टी के खिलाफ आय से अधिक संपत्ति का एक मामला दर्ज कर चुकी है। गोकुलनाथ ने कथित तौर पर भगोड़े हीरा व्यापारी नीरव मोदी व मेहुल चोकसी को 13,500 करोड़ रुपये का घोटाला करने में मदद की थी।