भरपायी को भी तैयार रहें पूंजीपति: राजन
मुंबई : रिजर्व बैंक (आरबीआई) के गवर्नर रघुराम राजन का कहना है कि यदि कारोबार अच्छा चलने पर मुनाफा पूंजीपतियों की जेब में जाता है तो उसके विफल होने पर नुकसान की भरपाई के लिए भी उन्हें तैयार रहना चाहिये, न कि इसका बोझ बैंकों पर डाल दिया जाना चाहिये। न्यूयॉर्क टाइम्स में प्रकाशित एक साक्षात्कार में राजन ने कहा कि पूंजीवाद से जुड़ी एक चिंता यह है कि जब सब अच्छा चल रहा होता है तो उसका फायदा पूंजीपति को मिलता है, लेकिन जब स्थिति विपरीत होती है तो नुकसान सिस्टम को उठाना पड़ता है और पूँजीपति हमेशा सही सलामत रहता है। आरबीआई गवर्नर ने कहा कि हमें निस्संदेह ऐसे लोग चाहिये जो जोखिम ले सकें। लेकिन यदि वे जोखिम लेते हैं तो उन्हें इसकी कीमत भी अदा करनी चाहिये, बजाय इसके कि सिर्फ जोखिम का फायदा वे उठायें और जब फायदा न हो तो कोई और भरे।
राजन ने कहा कि पिछले कुछ महीनों में इस बात पर फोकस किया गया है कि कैसे बड़े प्रवर्तकों से नुकसान की भरपायी करायी जाये और बैंकों पर इसका बोझ नहीं पड़ने दिया जाये। उन्होंने कहा कि पैमाना सभी के लिए एक होना चाहिये ताकि बड़े लोग भी ऋण चुकायें और यदि वे नहीं चुका सकते तो ऋणदाता के पास वसूली के सशक्त अधिकार हों। वैश्विक स्तर पर आर्थिक असहयोग के बारे में राजन ने कहा कि मेरा मानना है कि औद्योगिक राष्ट्र सिर्फ अपना हित देख रहे हैं। इस कदर कि सिर पर मंडरा रहे संकट के अलावा किसी और मुद्दे पर अंतर्राष्ट्रीय सहयोग की सिर्फ कामना ही की जा सकती है। एजेंसी