भांजी को जिंदा जलाने वाली मामी गिरफ्तार
पुलिस ने इस मामले में ममता, उसकी मां राममूर्ति पत्नी सुरेंद्र निवासी सलेमपुर सादाबाद को भी गिरफ्तार किया है। जबकि ममता के प्रेमी की तलाश जारी है। एसपी का कहना है कि इस जघन्य अपराध के लिए आरोपी ममता के विरुद्ध एनएसए की कार्रवाई की जाएगी।
चचिया सास के बेटे से थे प्रेम संबंध
मंगलवार की प्रेसवार्ता में एसपी डॉ. अजयपाल शर्मा ने बताया कि ममता की शादी को आठ महीने ही हुए हैं। शादी के कुछ दिनों बाद ही उसके प्रेम संबंध अपनी चचिया सास मुनेश के बेटे हल्केश से हो गए थे। कुछ दिन पहले मुनेश को इसका पता चल गया। इसकी जानकारी आरती को भी हो गई।
अपने मामा भूरा के यहां रहकर पढ़ाई कर रही छर्रा की आरती रात को मामी ममता के पास सोती थी। एक दिन रात जब ममता हल्केश से मोबाइल पर बात कर रही थी। आरती ने सारी बातें सुन लीं। कक्षा आठ में पढ़ने वाली आरती ने अगले दिन मामी को यह सारी बातें मामा भूरा को बताने की चेतावनी दे डाली। इसके बाद ही उसे मारने का प्लान बनाया गया।
मौका लगते ही ममता ने खुद को बंधन मुक्त कर आरती के मुंह को बांध दिया। इसके बाद उसे करंट लगाया गया। करंट से वह बेहोश हो गई, पर सांसें चल रही थीं। इसके बाद घर की पुरानी दीवार में बने छेदों में कपड़े भर दिए, ताकि धुंआ बाहर न निकले और मिट्टी का तेल छिड़ककर उसे जिंदा जला दिया। हाथ पैर और मुंह पर कपड़ा बंधा होने के कारण उसकी चीख बाहर नहीं निकल सकी।
दीवार पर लिख दिया चचिया सास का नाम
ममता ने आरती की हत्या के बाद दीवार पर चचिया सास का नाम लिख दिया। वह अपने बेटे और ममता के बीच संबंधों के बारे में जानती थी। उसे फंसाने के लिए ममता ने लिखा-मेरी हत्या मुनेश ने कराई है, ताकि पुलिस का शक मुनेश पर जाए। आरती को भी ममता ने अपने कपड़े और जेवरात पहनाकर यह दिखाने की कोशिश की कि मरने वाली ममता है, न कि आरती। चेहरा जलने के बाद पुलिस और परिजनों ने जलने से रह गए आरती के पैरों से उसकी पहचान की।