नयी दिल्ली। भारतीय जनता पार्टी के अध्यक्ष अमित शाह ने कहा कि उपचुनाव के परिणाम राज्य में पार्टी का जनादेश नहीं है। गोरखपुर और फूलपुर लोकसभा उपचुनावों में हार के बाद शाह ने पहली बार प्रतिक्रिया जताते हुए कहा कि राज्यों में भाजपा की बेहतरीन सरकारों में उत्तर प्रदेश सरकार एक है। पार्टी ने इसे गंभीरता से लिया है और इन चुनावों के परिणामों का गहन विश्लेषण किया जाएगा। अमित शाह ने कहा, हम मुद्दे पर बहस चाहते हैं लेकिन सदन नहीं चलने दे रहा है। विपक्षी जानते हैं कि सपा, बसपा, कांग्रेस समेत कितनी भी पार्टियां एक साथ आ जाएं भाजपा जीतती रहेगी।
भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि उपचुनावों में भाजपा की हार के कई कारण हो सकते हैं। मत प्रतिशत कम था और साथ ही समाजवादी पार्टी और बहुजन समाज पार्टी एकजुट हो गए।उत्तरप्रदेश में सपा- बसपा गठबंधन पर शाह ने कहा कि भाजपा को विश्वास था कि इसे लोकसभा चुनावों में अगले वर्ष 50 फीसदी से ज्यादा वोट मिलेंगे। सपा और बसपा के बीच गठबंधन उनके लिए अस्तित्व का सवाल था और साबित हो गया कि राज्य में भाजपा एकमात्र ताकतवर पार्टी है और रहेगी। 2019 में भी सपा- बसपा का गठबंधन होता है तो उनकी पार्टी मुकाबला करने के लिए तैयार है। उत्तर प्रदेश में योगी की सरकार राज्य में शानदार काम कर रही है। यह हमारे सबसे बेहतरीन भाजपा सरकारों में से एक है। मुझे नहीं लगता कि उपचुनाव के परिणाम योगी सरकार पर जनादेश है।
उपचुनाव परिणाम का जश्न मनाने पर कांग्रेस की आलोचना करते हुए शाह ने कहा कि यह हास्यास्पद है कि जिस पार्टी के उम्मीदवारों की दोनों सीटों पर जमानत जब्त हो गई वह जश्न मना रही है। शाह ने वाईएसआर कांग्रेस और तेदेपा का समर्थन करने के लिए भी विपक्षी दलों पर प्रहार किए जो संसद में नरेंद्र मोदी सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव ला रहे हैं।