भाजपा का प्यादा बताए जाने के बाद उद्धव से मिलने मातोश्री पहुंचे सोनू सूद
नई दिल्ली : कोरोना वायरस के चलते लॉकडाउन के बाद हजारों मजदूरों को उनके घरों पर पहुंचाने का इंतजाम कर चर्चा में आए अभिनेता सोनू सूद ने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे से मुलाकात की। रविवार शाम को सोनू उद्धव ठाकरे और उनके बेटे, राज्य सरकार में मंत्री आदित्य ठाकरे से उनके आवास मातोश्री पर मिले। मुख्यमंत्री से मुलाकात के बाद सोनू सूद ने कहा कि जब तक मजदूर घर जाने को लेकर परेशान हैं, वो मदद करते रहेंगे। रविवार को शिवसेना सांसद राउत की ओर से सूद को भाजपा का प्यादा बताए जाने के बाद उन्होंने ये मुलाकात की।
सोनू सूद ने कहा, जो परेशानी में हैं, उनकी मदद हमें करनी चाहिए। मैं अपनी ओर से कोशिश कर रहा हूं क्योंकि प्रवासी मजदूरों को हमारी जरूरत है। जब तक कि आखिरी प्रवासी अपने घर नहीं पहुंच जाता, मैं उनकी मदद करता रहूंगा। उन्होंने कहा कि मुझे कश्मीर से कन्याकुमारी तक सभी का समर्थन मिला है। जिसके लिए मैं आभारी हूं। वहीं शिवसेना के सांसद संजय राउत ने रविवार को पार्टी के मुखपत्र सामना लिखे लेख में सोनू सूद पर हमला बोला है। उन्होंने कहा है, महाराष्ट्र में सोशल वर्क की लंबी परंपरा रही है। अब इस लिस्ट में एक और व्यक्ति शामिल हो गए हैं। वह हैं सोनू सूद, जिनके कई वीडियो और तस्वीरें दिख रही हैं, उनमें सोनू सूद चिलचिलाती धूप में प्रवासी मजदूरों की मदद कर रहे हैं। दरअसल इन अभियानों के पीछे सोनू सूद महज एक चेहरा हैं।
महाराष्ट्र के कुछ राजनीतिक दल सोनू सूद का इस्तेमाल उद्धव सरकार पर आरोप लगाने के लिए कर रहे हैं। भाजपा का प्रचार करते दिखेंगे सोनू संजय राउत ने कहा है कि बीजेपी के कुछ लोगों ने सोनू सूद को एडॉप्ट किया है और ये काम चुपके चुपके हुआ है। अब सोनू सूद का नाम मन की बात में आएगा, उन्हें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मिलने का मौका मिलेगा, फिर वो दिल्ली, उत्तर प्रदेश में बीजेपी का प्रचार करेंगे। हालांकि भाजपा के साथ सोशल मीडिया पर भी संजय राउत की आलोचना की गई है। सोशल मीडिया पर एक यूजर ने कहा कि यानि कि यह निश्चय हो गया है कि हर अच्छा काम करने वाला भाजपाई है।