भाजपा की बड़ी हार टलने पर शेयर बाजार ने राहत की सांस ली
विधानसभा चुनाव नतीजों ने शेयर बाजार और रुपए की कीमत पर खासा असर डाला। नतीजों में भाजपा ने राजस्थान और मध्य प्रदेश में जिस तरह से बड़ी हार को टाला, उससे शेयर बाजार ने भी राहत की सांस ली। यही वजह है कि रिजर्व बैंक के गवर्नर उर्जित पटेल के इस्तीफा देने के बावजूद देश के शेयर बाजार में मंगलवार को वैसी अफरातफरी नहीं मची, जिसके कयास लगाए जा रहे थे। मुंबई शेयर बाजार के सूचकांक ने कारोबार की शुरुआत में 500 अंकों का गोता जरूर लगाया, लेकिन बाद में जैसे-जैसे दो बड़े राज्यों में भाजपा के सीटों की संख्या बढ़ी, वैसे- वैसे सूचकांक में भी सुधार आया।बाजार के बंद होने के समय यह 190 अंकों की उछाल के साथ 35,151 अंकों पर पहुंच चुका था। निफ्टी भी 61 अंकों की बढ़ोतरी के साथ 10,549 के स्तर पर पहुंच गया। शेयर बाजार के इस रवैए के पीछे एक वजह सोमवार को सेंसेक्स में 714 अंकों की जोरदार गिरावट को भी वजह माना जा रहा है।
शेयर बाजार के जानकारों का कहना है कि शेयर बाजार पहले ही मान कर चल रहा था कि भाजपा तीन राज्यों में हार जाएगी। इसलिए तीन राज्यों में भाजपा के ठीकठाक प्रदर्शन से बाजार ने राहत की सांस ली। दूसरी ओर, देश के मुद्रा बाजार पर भी चुनावी अस्थिरता का असर रहा। कारोबार के शुरुआत में ही डॉलर के मुकाबले रुपया 110 पैसे कमजोर हो गया था। रुपए ने पिछले 25 दिनों में जो बढ़त बनाई थी वह एक दिन में ही गायब हो गई। सोमवार को यह डॉलर के मुकाबले 71.42 के स्तर पर बंद हुआ था, लेकिन मंगलवार को एक समय यह 72.50 के स्तर से भी नीचे चला गया था। बाद में रुपए ने भी अपनी स्थिति संभाली और बाजार के बंद होने के समय यह 71.85 के स्तर पर था।