भोपाल : मध्य प्रदेश की कमलनाथ सरकार के फ्लोर टेस्ट को लेकर मामला अब सुप्रीम कोर्ट पहुंच हगा है। आज फ्लोर टेस्ट न होने से भाजपा नेता नाराज शिवराज सिंह चौहान ने कोर्ट का दरवाजा खटखटाया। इससे पहले राज्यपाल लालजी टंडन के अभिभाषण के बाद विधानसभा की कार्यवाही को 26 मार्च तक स्थगित कर दिया गया। इसके बाद शिवराज सिंह भाजपा के विधायकों के साथ राजभवन पहुंचे और उन्होंने राज्यपाल के सामने विधायकों की परेड कराई और 106 विधायकों की लिस्ट सौंपी। भाजपा नेता शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि मुख्यमंत्री विश्वास मत से भाग रहे हैं क्योंकि उन्हें पता है कि सरकार के पास बहुमत का आंकड़ा नहीं है। बीजेपी के पास बहुमत है और हमने राज्यपाल से जल्द से जल्द फ्लोर टेस्ट कराने की मांग की है। उन्होंने हमारे संवैधानिक अधिकारों की रक्षा करने का आश्वासन दिया है। भाजपा विधायकों से बात करते हुए राज्यपाल लालजी टंडन ने कहा कि अगर मैंने कोई निर्देश दिया है तो उसका पालन कराना भी आता है। आप लोग निश्चिंत रहिए, किसी के भी अधिकारों का हनन नहीं होगा। पूर्व सीएम शिवराज सिंह चौहान के साथ बीजेपी विधायकों ने राज्यपाल लालजी टंडन से मुलाकात की।इस दौरान उनसे जल्द से जल्द फ्लोर टेस्ट आयोजित करने का आदेश देने का अनुरोध किया गया। पूर्व सीएम शिवराज सिंह चौहान ने कहा, सरकार ने बहुमत खो दिया है और उसे सत्ता में रहने का कोई अधिकार नहीं है’। मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और भाजपा नेता शिवराज सिंह चौहान पार्टी विधायकों के साथ राजभवन पहुंचे हैं।
बीजेपी ने SC में याचिका दायर कर विधानसभा में फ्लोर टेस्ट कराने की मांग की है। कोरोना वायरस के मद्देनजर राज्य विधानसभा 26 मार्च तक स्थगित है। मध्य प्रदेश विधानसभा में आज फ्लोर टेस्ट नहीं होने से नाराज बीजेपी ने सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया है। बीजेपी ने 48 घंटे में मामले की सुनवाई करने की मांग की है। विधानसभा अध्यक्ष एनपी प्रजापति ने कोरोना वायरस का हवाला देते हुए सदन को 26 मार्च तक स्थगित कर दिया। इस पर भाजपा विधायकों ने जमकर हंगामा किया और कहा कि सरकार फ्लोर टेस्ट से डर रही है।