नई दिल्ली (एजेंसी)। हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह से भ्रष्टाचार के आरोपों को लेकर इस्तीफे की मांग करते हुए भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की युवा शाखा के करीब 3०० प्रदर्शनकारियों ने मंगलवार कांग्रेस के उपाध्यक्ष राहुल गांधी के आवास के बाहर प्रदर्शन किया। दिल्ली पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को हिरासत में ले लिया। हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री ने आरोपों से इनकार करते हुए कहा कि ये आरोप राजनीतिक मंशा से प्रेरित हैं। करीब दो घंटे तक चले प्रदर्शन के दौरान पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को भगाने के लिए जलतोप का भी सहारा लिया। प्रदर्शनकारियों ने राहुल गांधी के आवास के बाहर बैरिकेड तोड़ने का प्रयास किया। बाद में पुलिस ने सभी को हिरासत से छोड़ दिया। भाजपा के सांसद और युवा शाखा के अध्यक्ष अनुराग ठाकुर ने राहुल के आवास के बाहर संवाददाताओं से कहा ‘‘कांग्रेस वीरभद्र को मुख्यमंत्री पद से हटाए क्योंकि उन्होंने एक पनबिजली बनाने वाली कंपनी को राज्य में परियोजना लगाने के लिए अत्यधिक छूट दी है।’’ दिल्ली पुलिस के एक अधिकारी ने आईएएनएस से कहा ‘‘प्रदर्शनकारियों ने हटने से मना कर दिया जिससे बाध्य होकर हमने जलतोप से उन पर पानी छोड़ा।’’ सोमवार को राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष अरुण जेटली ने प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह और कांग्रेस से वीरभद्र के खिलाफ जांच और कार्रवाई की मांग की थी। जेटली ने आरोप लगाया था कि वीरभद्र सिंह ने वेंचर एनर्जी एंड टेक्नोलॉजी प्राइवेट लिमिटेड से 1.5 करोड़ रुपये और 2.4 करोड़ रुपये अपने और अपनी सांसद पत्नी के नाम से चेक के जरिए लिए। उन्होंने कहा कि चूक होने के बावजूद कंपनी को जल विद्युत परियोजना में दो विस्तार दिए गए। जेटली ने कहा ‘‘पिछले दो दशकों में रिश्वत की ऐसी खुली घटना नहीं घटी।’’ इस बीच वीरभद्र सिंह ने भाजपा पर उनके और उनके परिवार के खिलाफ निराधार आरोप लगाने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि पूर्व की भाजपा सरकार में गैरकानूनी सौदों में कानूनी कार्रवाई होने से डरी भाजपा इस तरह के आरोप लगा रही है।