सतपाल सिंह सत्ती ने कहा कि रविवार को ब्लॉक समिति नाहन के चुनाव में ब्लॉक समिति नाहन के अध्यक्ष, उपाध्यक्ष के चुनाव के लिए निर्धारित बैठक में 18 में से 12 सदस्य उपस्थित हुए। कोरम पूरा था, लेकिन कांग्रेस के लोगों ने बैठक स्थल से एक महिला सदस्य को जबरदस्ती उठाया।
भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि नाहन में 12 बीडीसी सदस्यों में से 8 महिला सदस्य उपस्थित थी। सत्ती ने कहा कि हिमाचल के इतिहास में पहली बार हुआ जब रविवार को बिना पुलिस की उपस्थिति में चुनाव रखे गए और सरेआम बैठक से सदस्यों को उठाया गया। यह हिमाचल के इतिहास में एक काला अध्याय है।
उन्होंने कहा कि चंबा जिला के अंतर्गत आने वाले ब्लॉक समिति, तीसा, चंबा, मेहला, भटियात, सलूणी में शपथ के दो घंटे बाद ब्लॉक समितियों के चुनाव रख दिए गये जो सीधे तौर पर कांग्रेस को लाभ पहुंचाने के लिए ऐसा किया गया अन्यथा चुनाव के लिए एक प्रक्रिया अपनाई जाती है।
जिसमें सदस्यों को उपस्थित होने को पर्याप्त समय दिया जाता है। कांग्रेस एक ओर 80 प्रतिशत सीटें जीतने का दावा कर रही है दूसरी ओर चुने हुए सदस्यों का अपहरण, दादागिरी तथा सत्ता के दबाव से किसी प्रकार अपने लोगों को अध्यक्ष, उपाध्यक्ष बनाकर जनमत को हाईजेक करने का प्रयास किया जा रहा है।
जनता से किए वायदे भूली सरकार- पूर्व मुख्यमंत्री प्रेम कुमार धूमल ने कहा कि चुनाव के पूर्व कांग्रेस पार्टी ने स्वास्थ्य सेवाओं को लेकर जनता से बड़े-बड़े वायदे किए थे, लेकिन सत्ता हासिल करने के बाद सरकार अपने वायदों को भूल गई। सरकार को सत्ता में रहते हुए तीन वर्ष हो गए है।
प्रदेश में स्वास्थ्य सेवाओं का आलम यह है कि विभाग में 5700 से अधिक पद खाली हैं। बीएमओ के 42 पद और एमओ के 426 पद वर्तमान में रिक्त हैं। नर्सिंग स्टाफ में 1000 से अधिक पद खाली हैं। केंद्र सरकार की ओर से आर्थिक मदद मिलने के बावजूद सरकार बुनियादी स्वास्थ्य सेवाओं को स्तरोन्नत करने में नाकाम साबित हुई है।