भाजपा सरकार ने कोरोना से हुई मौतों के आकड़े छिपाने का शर्मनाक काम किया: अखिलेश
लखनऊ। सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने प्रदेश में कोरोना संकट काल में हुई मौतों के भाजपा सरकार को जिम्मेदार ठहराते हुए कहा कि यूपी एक ओर सरकारी अस्पताल बदइंतजामी के शिकार थे वहीं दूसरी ओर निजी हास्पिटल लूट के अड्डे बन गये थे। प्रदेश में कोरोना पीडि़तों के परिजन पहले इलाज, बेड, दवाई के लिए परेशान रहे और निधन होने के बाद मृत्यु प्रमाण -पत्र के लिए भटकना पड़ा।
परिजन शपथ-पत्र व हलफ नामा देने को तैयार थे, उसके बाद भी उनकी कोई सुनवाई नहीं हुयी। परिवारों व परिजनों का दर्द न समझने वाली भाजपा सरकार जैसी निर्मम सत्ता पहले कभी नहीं आई। यादव ने कहा कि प्रदेश में सपा सरकार बनने पर पीडि़तों की मदद की जाएगी। यहां जारी एक बयान में सपा अध्यक्ष ने कहा कि भाजपा ने कोरोना काल में हुई मौतों के आंकड़े छुपाने का शर्मनाक काम किया है। सरकार का कोरोना में आक्सीजन की कमी से एक भी मौत न होने का बयान आपराधिक और निर्दयी है।
यादव ने कहा कि कोरोना काल में जिनके घर उजड़े वो भाजपा के इस महाझूठ का दर्द भरा सच जानते हैं। भाजपा माफ ी योग्य नहीं है। मृत्यु जीवन का सबसे बड़ा सच है लेकिन भाजपा सरकार उस सबसे बड़े सच को ही झुठलाने में लगी है। यह घोर निन्दनीय है। सत्ता मिथ्या की जितनी भी मिट्टी डाले लेकिन सत्य की बारिश सारा सच सामने ला देती है।
यादव ने कहा कि आक्सीजन की कमी से मरीजों की मौत नरसंहार है। कोरोना काल में प्रदेश के विभिन्न जिलों से पीड़ादायक एवं दर्दनाक घटनाओं में सरकार की तरफ से कोई सहयोग नहीं मिला। बहराइच में स्ट्रेचर पर पड़ी मां को बेटियां मुंह से सांस देकर भी नहीं बचा सकी, केजीएमयू में वाहन न मिलने पर घंटों शव एम्बुलेंस में पड़े रहे, बलरामपुर में आक्सीजन आपूर्ति से महिला एवं प्रसव पीडि़ता की मौत हो गयी, गंगा में शव सतह पर दिखते रहे, अपनी सांसो की मशीन लगाकर एक पिता अपने बेटे को नहीं बचा सका। ऐसी घटनाओं ने जनता की असहनीय पीड़ा को दर्शाया।
हजारों की संख्या में लोग पहले बेड के लिए और मौत के बाद एम्बूलेंस के लिए दौड़ते रहे। यादव ने कहा कि भाजपा सरकार ने कोरोना काल में मृत्यु का उत्सव मनाया। जब एक तरफ जनता अपने प्रियजनों के खोने का शोक मना रही थी। भाजपा उसी समय देश के विभिन्न प्रदेशों और यूपी में पंचायत चुनाव में अपने अहंकार का जश्न मना रही थी।