भादों के आखिरी इतवार को श्री बटुक भैरव मंदिर में मेला 3 सितम्बर को
-घुंघरू वाली रात को कथक नृत्यांगना शिष्यों को प्रदान करेंगी घुंघरू
– रविवार को ब्रह्म मुहुर्त में होगा अभिषेक, उसके बाद प्रारम्भ होगा मेला
-राकेश मिश्र
लखनऊ। राजधानी के बहुचर्चित प्राचीनतम श्री बटुक भैरव देवालय पर हर वर्ष की भांति इस साल भी भाद्रपद माह के अंतिम रविवार को भादों का मेला फिर से तीन सितम्बर को लगेगा। इस मेले में बाबा का महाभिषेक होगा और उसके बाद भंडारा होगा। इस दिन लखनऊ कथक कराने के गुंरू अपने शिष्यो के पहली बार घुंघरू बांधेगे और उनकी पूजा करेंगे। इस बीच मेले की तैयारियों को अंतिम रूप दे दिया गया है। श्री बटुक भैरव मंदिर की महंत बीना गिरि ने बताया कि दो सितम्बर को सुबह श्री राम चरित मानस का अंखंड पाठ प्रारम्भ होगा। तीन सितम्बर को श्री राम चरित मानस का पाठ पूरा होगा। उसके बाद मेला प्रारम हो जाएगा। दोपहर बाद भंडारा प्रारम्भ होगा। उन्होंने बताया कि श्री बटुक भैरव का महाभिषेक दो और तीन की भोर को ब्रह्म मुहुर्त में प्रारम्भ होगा। जिसमें बाबा का गंगाजल, घी, गाय के दूध, दही शहद और शर्करा आदि से अभिषेक होगा। उसके बाद पुष्प, रोली अक्षत आदि से पूजा होगी फिर आरती होगी। इसके बाद मेला प्रारम्भ हो जाएगा।
इस दिन लखनऊ घराने की प्रसिद्ध नृत्यांगना कुमकुम आदर्श पहले की भांति इस बार भी अपनी नई शिष्याओ को बाबा के दर्शन करने के बाद घुघरू प्रदान करेंगी। नयी शिष्याएं अपना पहला कार्यक्रम बाबा के दरबार मे पेश करती रही हैं। इस बार भी घुंघरू वाली रात पर कार्यक्रम होंगे। मेले मे बच्चो के लिए विशेष तौर पर झूले आदि लगाए गए हैं। मेले की तैयारियों को लेकर मंदिर परिसर का रंगरोहन कर लिया गया और आकर्षक सजावट की गयी है। इस बीच मेले की सुरक्षा को देखते हुए मंदिर परिसर और बाहर सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं और संदिग्ध व्यक्तियों पर कड़ी नजर रखी जाएगी। नगर निगम के स्वास्थ्य विभाग ने आसपास के क्षेत्रों में चूना ब्लीचिंग पाउडर आदि का छिड़काव किया है। मेले में सुरक्षा को देखते हुए पुलिस बल भी तैनात रहेगा। मेले मे इस बार भी लाखों श्रद्धालु बाबा के दर्शन के लिए सुबह से देर रात तक जुटेंगे।