भारतवंशी छात्र ने कबूला अमेरिकी यूनिवर्सिटी पर साइबर हमले का जुर्म
वाशिंगटन। अमेरिका में भारतीय मूल के छात्र पारस झा (21) ने रट्जर्स यूनिवर्सिटी के कंप्यूटर नेटवर्क पर बड़े पैमाने पर किए गए साइबर हमले के जुर्म को स्वीकार लिया है। इस मामले में उसे अधिकतम दस साल की सजा और ढाई लाख डॉलर (करीब 1.6 करोड़ रुपये) के जुर्माने का सामना करना पड़ सकता है। सजा का एलान अगले साल 13 मार्च को होगा।
अमेरिकी न्याय विभाग ने गुरुवार को बताया कि न्यूजर्सी के पारस झा के साथ पेंसिल्वेनिया के जोशिया ह्वाइट (20) और लुइसियाना के डॉल्टन नोर्मन (21) ने अपने जुर्म स्वीकार किए हैं। पारस ने न्यूजर्सी के ट्रेंटन फेडरल कोर्ट के जज माइकल शिप के समक्ष स्वीकार किया कि रट्जर्स यूनिवर्सिटी के कंप्यूटरों को हैक करने में उसकी भूमिका थी।
इन लोगों की कारस्तानी के कारण यूनिवर्सिटी की कंप्यूटर प्रणाली कई दिनों तक बाधित रही। इसके चलते हजारों छात्रों की शिक्षा पर असर पड़ा। कोर्ट दस्तावेजों के अनुसार, पारस ने नवंबर, 2014 से सितंबर, 2016 के दौरान यूनिवर्सिटी के कंप्यूटर नेटवर्क को कई बार निशाना बनाया था।