भारतीय अमेरिका प्रोफेसर को मिला नेशनल मेडल ऑफ साइंस
वाशिंगटन। भारतीय-अमेरिकी प्रोफेसर थॉमस कैलथ को विज्ञान एवं अभियांत्रिकी के क्षेत्र में उनके योगदान के लिए अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा ने प्रतिष्ठित नेशनल मेडल ऑफ साइंस के लिए चुना है। व्हाइट हाउस में इस वर्ष के अंत में आयोजित एक समारोह में 79 वर्षीय कैलथ के साथ और नौ लोगों को सम्मानित किया जाएगा। ओबामा ने प्रेस में जारी एक विज्ञप्ति में कहा कि इन विद्वानों और अन्वेषकों ने दुनिया के संबंध में हमारी समझ को विस्तृत बनाया है, अपने क्षेत्र में अमूल्य योगदान दिए हैं और अनगिनत लोगों के जीवन को बेहतर बनाने में मदद की है। उन्होंने कहा कि हमारा देश इनके और पूरे अमेरिका में खोज और आविष्कार में जुड़े वैज्ञानिकों तथा तकनीकी विशेषज्ञों की उपलब्धियों से समृद्ध हुआ है। पुणे विश्वविद्यालय से 1956 में स्नातक की पढ़ाई पूरी करने के बाद कैलथ ने अमेरिका के मैसाचुसेट्स इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी से एमए और मानद उपाधि प्राप्त की। एमआईटी से इलेक्ट्रीकल इंजीनियरिंग के क्षेत्र में पीएचडी की डिग्री पाने वाले कैथल भारत में जन्मे पहले भारतीय हैं। हिताची अमेरिकन प्रोफेसर ऑफ इंजीनियरिंग कैलथ 1963 में इलेक्ट्रीकल इंजीनियरिंग के एसोसिएट प्रोफेसर के रूप में स्टैनफोर्ड विश्वविद्यालय के संकाय में शामिल हुए लेकिन वह अपने अनुसंधान और लेखनी को लेकर सतत सक्रिय रहे। एजेंसी