भारतीय-अमेरिकी वैज्ञानिक होगा अमेरिका का विज्ञान दूत
वाशिंगटन : स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी से संबंधित भारतीय मूल के शीर्ष अमेरिकी वैज्ञानिक अरुण मजूमदार अमेरिका के विज्ञान दूतों में से एक होंगे। अमेरिकी विदेश विभाग ने कल बताया कि अरूण मजूमदार प्रतिष्ठित यूनिवर्सिटी में प्रोफेसर हैं और उनके साथ अन्य तीन – पीटर हॉटेज, जेन लुबशेंको और गेरी रिचमंड भी अगले साल जनवरी से अमेरिकी दूत के तौर पर सेवा देंगे। विभाग ने अपने बयान में कहा कि अपने पूर्ववर्ती नौ अधिकारियों की तरह ही ये विशिष्ट वैज्ञानिक भी अंतरराष्ट्रीय तौर पर अमेरिका के अन्य देशों के साथ वैज्ञानिक सहयोग बढ़ाने को प्रोत्साहित करने और आर्थिक समृद्धि में तेजी लाने के मकसद से नागरिक एवं सरकार के स्तर पर सक्रिय रहेंगे। इसके लिए वे आपसी संबंध के जरिए लाभ को बढ़ावा देने के उद्देश्य से इन देशों के साथ सहयोग विकसित करने, सहभागिता में सुधार लाने का काम करेंगे। विदेश विभाग ने बताया कि विज्ञान दूतों को निजी तौर पर नागरिकों से मिलना होता है और व्हाइट हाउस तथा वैज्ञानिक समुदाय को सहयोग के संभावित अवसरों के बारे में परामर्श देना होता है। जून में विदेश विभाग में आयोजित महासागरीय सम्मेलन को गति मिलने के बाद इस साल विभाग ने महासारीय क्षेत्र के लिए पहले विज्ञान दूत की नियुक्ति की घोषणा की। आईआईटी-बंबई के पूर्व छात्र रह चुके मजूमदार पदार्थ विज्ञानी एवं इंजीनियर हैं। इससे पहले वह लॉरेंस बर्कले नेशनल लेबोरेटरी (एलबीएनएल) में एनवायरनमेंटल एनर्जी टेक्नोलॉजीज डिविजन का संचालन कर रहे थे। इसके अलावा वह यूनिवर्सिटी ऑफ कैलिफोर्निया, बर्कले में मैकेनिकल इंजीनियरिंग के प्रोफेसर के अलावा एलबीएनएल के उप निदेशक का भी पद संभाल रहे थे। एजेंसी