भारतीय चुनौती की अगुआई करेंगी सिंधू और साइना
कोपेनहेग। भारतीय बैडमिंटन टीम सोमवार से यहां विश्व कप में अपने अभियान की शुरूआत करेंगी तो पीवी सिंधू की नजरें अपने पदक को बेहतर करने पर टिकी होंगी जबकि फिट हो चुकी साइना नेहवाल पोडियम पर जगह बनाने की कोशिश करेंगी। ग्लास्गो राष्ट्रमंडल खेलों में कांस्य पदक जीतने वाली सिंधू फाइनल में जगह बनाने की कोशिश करेंगी जिससे कि पिछले साल विश्व चौम्पियनशिप के अपने कांस्य पदक में सुधार कर सकें। सिंधू विश्व चौम्पियनशिप की व्यक्तिगत स्पर्धा में कांस्य पदक जीतने वाली पहली भारतीय महिला एकल खिलाड़ी हैं। साइना ने जून में आस्ट्रेलिया ओपन में खिताब जीतने के दौरान पैर में लगी चोट के बाद वापसी की है। इस चोट के कारण वह राष्ट्रमंडल खेलों में हिस्सा नहीं ले पाई थी। साइना ने टूर्नामेंट से पहले कहा, ‘‘जुलाई के अंत तक मैं आस्ट्रेलियाई ओपन के दौरान लीग चोट से पूरी तरह नहीं उबर पाई थी। इससे मेरी ट्रेनिंग पर असर पड़ा लेकिन पिछले तीन हफ्ते में मैंने कड़ी मेहनत की है और मुझे लगता है कि इस टूर्नामेंट में मैं अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करूंगी।’’ भारत की शीर्ष खिलाड़ी सातवीं वरीय साइना को पहले दौर में बाई मिला है और वह मंगलवार को दूसरे दौर में अपने अभियान की शुरूआत न्यूजीलैंड की अन्ना रेनकिन और रूस की नतालिया पर्मिनोवा के बीचे होने वाले मैच की विजेता के खिलाफ करेंगी। ग्यारहवीं वरीय सिंधू को भी पहले दौर में बाई मिला है और वह दूसरे दौर में रूस की ओल्गा गोलोवानोवा और बुल्गारियां की लिंडा जेटचेरी के बीच होने वाले मैच की विजेता से भिड़ेंगी।