भारतीय जवान रणजीत सिंह और इस कश्मीरी लड़की की प्रेम कहानी पढ़ने के बाद, नहीं रोक पाएंगे अपने आंसू
हमारी रक्षा के लिए सरहदों पर लाखो जवान हमेशा हर घडी और हर मिनट तैनात रहते है,वो भी है तो हमारी तरह ही इंसान,उनकी भी खवाहिशे है,वो भी प्यार करना और घर बसाना चाहते है,पर उनकी कंधो पर देश की हिफाज़त की ज़िम्मेदारी होती है,आज हम आपको ऐस ही एक नोजान की कहानी सुनाने जा रही है,जिसे सुनकर आप अपने आंख के आंसू नहीं रोक पाएंगे और आपके मन में हमारे देश के जवान के लिए इज्जत और बढ़ जाएगी | हालांकि बॉर्डर पर तैनात सैनिकों के लिए तो हमारे मन में बहुत इज्जत है |
लेकिन आज हम उससे पहले हुए प्रोटेस्ट की बात करने वाले हैं जिसमें एक सैनिक के छवि पर आरोप लग गया था। भारतीय सेना के एक जवान पर एक लड़की के रे प और एक नागरिक की जान लेने का आरोप लगा था। आज हम उस बेबुनियाद आरोप के पीछे की कहानी के बारे में जानेंगे। रणजीत सिंह जो कि मात्र 17 साल की उम्र में सन 2000 में वो भारतीय सेना में भर्ती हो गए थे। वह पंजाब के एक छोटे से गांव से थे।
साल 2000 में उन्हें सेना में भर्ती मिल गयी और वो देश की रक्षा में तैनात हो गए, तब इनकी ट्रेनिंग का समय था और इनकी पोस्टिंग कश्मीर में हुई थी|ट्रेनिंग के दौरान इन्हे हमेशा इस काम में प्रथम स्थान मिलता था, इसीलिए उनकी रैंकिंग बढ़ा दी गई | कश्मीर में बुरहान बानी के हत्या के बाद बहुत सारी जगह प्रदर्शन चालू हो गए और कश्मीर की जनता अपना गुस्सा दिखने के लिए हमेशा भारतीय सेना के ऊपर पत्थरबाजी करने लगी | इसीलिए कश्मीर में अधिकतम सेना को भेजा गया |कश्मीर के हालत को देखकर भारतीय चीफ ने यह फैसला लिया कि कश्मीर में एक टीम रखी जाएगी जो वहा के लोगों से इंटेलिजेंस इकट्ठी करेगी और साथ में उन जवानों के साथ एक मेडिकल टीम भी मौजूद होगी |जो उनका ध्यान रखेगी.
रंजीत सिंह को इस टीम में शामिल थे और ये अपनी टीम के साथ कश्मीर के एक गांव में गए ,वह इनकी मुलाकात इस लड़की से हुई और देखते ही ये एक दूसरे को दिल दे बैठे, और ऐसा होता भी क्यों नहीं ? एक नौजवान सिख जवान और एक सुंदर कश्मीरी लड़की दोनों ही इतने आकर्षण के प्यार होना कोई बड़ी आसान बात थी.दोनों का धर्म अलग था पर कहते है जब के फूल खिलते है तो कोई घर्म जात बीच में नहीं आते है ।रणजीत सिंह अपने सोने के समय में उससे घंटो फ़ोन पर बात किया करते थे। जब रणजीत सिंह छुट्टियों पर घर गए थे तब उन्होंने अपनी प्रेमिका के लिए अंगूठी भी लायी थी और कहा था कि वह जल्द उससे शादी कर के अपने घर ले जाएंगे। देखते ही देखते 6 महीने भी पूरे होने लगे।
रणजीत सिंह की दूसरी पोस्टिंग आ गयी। लेकिन अपने प्रेमिका से वो खुद को दूर नही कर पा रहे थे इसलिए रणजीत ने वालंटीरियलि अपना टेन्योर 6 महीने और बढ़वा लिया। लेकिन अब यह भी टाइम उनका पूरा हो गया और उनकी दूसरी पोस्टिंग कश्मीर से बाहर थी। बीच मे सिर्फ एक दिन था दूसरे ही दिन उन्हें रिपोर्टिंग करनी थी। उस एक दिन उन्हें कोई डयूटी नही थी क्योंकि वो अपनी पैकिंग कर सके। इसके अलावा उन्हें कहि जाने की इज़्ज़ाज़त नही थी। वह छुप कर अपनी महबूबा से मिलने गए थे। उन्होंने उसे एक उजाड़ मकान के पास बहुत रिस्क लेकर बुलाया।
अब मोहब्बत तो रिस्क का दूसरा नाम ही हैं। रणजीत सिंह भागते भागते वहाँ पहुँचे वो अपने यूनिफॉर्म थे। उन्होंने अपनी प्रेमिका को जल्द वापस आकर शादी करने का वादा कर रहे थे। जैसे ही वह बाहर आये एक लंबी भीड़ गुस्से से उन्हें देख रही थीं जो उस पर यह आरोप लगा रही थी कि उन्होंने उस लड़की का रे प किया है। भी ड़ उन्हें मा रने की धमकी देने लगी। वह उस भिड़ को समझा रहे थे कि वह उस लड़की से मोहब्बत करते हैं और यही बात वह लड़की भी उस भीड़ को समझा रही थीं लेकिन कोई भी सुनने को तैयार न था।
भीड़ से बस यह आवाज आ रही थी कि रणजीत ने उस लड़की के साथ बला त्कार किया है। रणजीत ने अपनी गन हाथ में लेकर उन्हें चेतावनी दी। लेकिन उतने में एक आदमी कुल्हाड़ी से उनकी ओर जानलेवा हमला किया जिसके बाद अपनी जान बचाने के लिए उस आदमी पर गोली चला दी। अब भीड़ थोड़ा पीछे हटी थी जिसके बाद रणजीत वहाँ से भागने में कामयाब हो पाए वो थोड़ा ही आगे गए तब सामने से एक और भीड़ उनकी ओर बढ़ रही थी।
भीड़ उस पर पत्थर फ़ेंक रही थी। भारी भीड़ ने रंजीत को घेर लीया कम से कम 200 से 300 लोगों के बीच रणजीत चिल्ला चिल्लाकर कहते रही की मैंने कुछ नहीं किया है पर उग्र भीड़ ने नहीं सुना.रंजीत के आखरी शब्द थे की मैंने कुछ नहीं किया वो मेरी मेहबूबा है लेकिन किसी ने उनकी आवाज को नहीं सुना और भीड़ रणजीत की जान लेने पर आमादा हो चुकी थी।
उन्होंने एक बार अपनी प्रेमिका को देखा और खुद को शूट कर लिया। रणजीत सिंह के मोबाइल से उस लड़की का नंबर मिला फिर जब पुलिस ने इस मामले की जांच की कमेटी बैठी तो पता चला कि रंजीत और कश्मीरी लड़की एक दूसरे के साथ बेहद प्यार करते हैं | लड़की से जब जांच पड़ताल की गई तो लड़की ने पूरी अपनी कहानी टीम को बताई | इस बात को सुनने के बाद भारतीय सरकार ने रंजीत के नाम पर मुआवजा ऐलान किया साथ ही भारतीय सेना ने यह भी कहा कि इस लड़की की पूरी पढ़ाई का खर्चा भी सरकार उठाएगी|