भारत- अफ्रीका टी-20: इन 9 कारणों से हारी टीम इंडिया
धर्मशाला में गांधी-मंडेला फ्रीडम सीरीज के पहले मैच में दक्षिण अफ्रीका ने टीम इंडिया को सात विकेटों से हराकर सीरीज में बढ़त बना ली है। हम आपको टीम इंडिया की हार के कारण बताने जा रहे हैं—-
हार के कारणों का विश्लेषण…
1–डुमिनी फरहान बेहरदीन अटूट साझेदारी
भारत को हार दिलाने के पीछे सबसे बड़ा कारण इन दोनों की साझेदारी रही। भारत के 200 रन के लक्ष्य का पीछा करते हुए दक्षिण अफ्रीका ने अफ्रीका ने डुमिनी (नाबाद 68) और फरहान बेहरदीन (नाबाद 32) के बीच चौथे विकेट की 9.1 ओवर में 105 रन की अटूट साझेदारी की बदौलत दो गेंद शेष रहते तीन विकेट पर 200 रन बनाकर जीत दर्ज की। इन दोनों पर भारतीय गेंदबाज कुछ भी प्रभाव नहीं डाल पा रहे थे।
2–अंपायर के खराब निर्णय
मैंच में भारत की हार के कारणों में अम्पायर के खराब निर्णय भी शामिल हैं। मैच के दौरान दो बार काफ़ी करीबी मामला रहा जब डूमिनी को आउट करार नहीं दिया गया। अगर निर्णय सही दिया जाता तो शायद मैच का नतीजा कुछ अलग ही हो सकता था।
3– 3-बल्लेबाजों ने ठीक से काम पूरा नहीं किया
आज के मैच में भले ही भारत ने 20 ओवरों में 199 रन का लक्ष्य दिया हो लेकिन, पूरे मैच पर भारत की बल्लेबाजी पर नजर डाले तो यह साफ दिखेगा कि टीम इंडिया आज जो लक्ष्य दे सकती थी वह नहीं खड़ा कर पाई। 15वें ओवर से 19वें ओवर के बीच भारत ने चार अहम विकेट गंवा दिए। इनमें से एक भी बल्लेबाज क्रीज पर कुछ देर टिकता तो 10-15 रन की जो कसक रह गई वो पूरी हो जाती और टीम को हार का मुंह न देखना पड़ता। इसलिए कहा जा सकता है कि अक्षर पटेल, कप्तान महेंद्र सिंह धोनी, सुरेश रैना अपना पूरा योगदान देने में नाकाम रहे।
4-अक्षर पटेल का 16वां ओवर
बाएं हाथ के स्पिनर अक्षर पटेल ने अपने 16वें ओवर में 22 रन दिए। जिसकी वजह से अफ्रीका को उबरने का मोका मिल गया। इस एक ओवर में अक्षर पटेल ने तीन छक्के जैसे ही पिटाए वहीं से टीम इंडिया की ओर हार ने दस्तक देना आरंभ कर दिया था। इसकी वजह से ही गेंदबाजों पर दवाब बढ़ा।
5-गेंदबाजों की ओर से निरंतरता की कमी
भारत की आज की हार का सबसे बड़ा कारण टीम इंडिया की लचर गेंदबाजी को माना जा सकता है। सिर्फ आर अश्विन को छोड़ दें तो बाकी सब गेंदबाज एकदम नाकाबिल साबित हुए।
मात्र अश्विन का गेंदबाजी अवसत 6.50 रन प्रति ओवर का रहा जबकि अन्य सभी गेंदबाजों का औसत 10 रन प्रति ओवर के ऊपर रहा। नए गेंदबाज श्रीनाथ अरविंद सबसे महंगे गेंदबाज साबित हुए। उनका औसत 12 रन का रहा तो अक्षर पटेल 11.25 की औसत के साथ दूसरे सबसे महंगे गेंदबाज रहे। भुवनेश्वर कुमार और मोहित शर्मा ने 10 रन प्रति ओवर की दर से रन दे कर भारत को हार की तरफ ढकेल दिया।
6- हरभजन सिंह को बाहर रखा
तमाम आलोचकों का मानना है कि जब हरभजन सिंह की टी-20 टीम में वापसी ही एक एक्सपर्ट ऑफ स्पिन गेंदबाज के रूप में हुई थी तो उन्हें मैदान में उतारा जाना चाहिए था। नए गेंदबाज की जगह उनके तजुर्बे को तवज्जो दी जानी चाहिए थी। इनके साथ ही अन्य कुछ गेंदबाजों को भी टीम में जगह न देना भी हार का कारण माना जा सकता है।
6– 7-खराब फील्डिंग हार का कारण
पहले ही ऐसे मैचों की भरमार है, जिसमें टीम इंडिया की हार का कारण खराब फील्डिंग रही है। तमाम ट्रेनिंग के बावजूद टीम इंडिया इस कमजोरी को सुधार नहीं पाई है। आज भी मैदान पर विराट कोहली ने एक अहम कैच छोड़ा और जब बात एक-एक रन और एक-एक विकेट की हो तो ऐसे में कैच छूटना हार के कारण बन जाते हैं। वहीं, बाउंड्री पर भी कई रन जो रोके जा सकते थे, उन्हें भी रोका नहीं जा सका। ऐसा लग रहा था कि खिलाड़ी गेंद के पीछे इस प्रकार दोड़ रहे थे कि उनको गेंद बाउंड्री के बाहर से लानी हो। ।
8-दक्षिण अफ्रीका को कमजोर आंकना बड़ी भूल
अपनी धरती पर मैच और पिछले कुछ रिकॉर्ड की वजह से भी भारतीय टीम ने अफ्रीका को कमजोर आंक लिया था। मेहमान टीम ने भारत के साथ अब तक 8 टी-20 मैच खेले थे, जिनमें से उसे 6 मैचों में हार का सामना करना पड़ा था, वहीं दो में उसे जीत मिली थी। इस प्रकार आंकड़ों में टीम इंडिया का पलड़ा भरी नजर आ रहा था।
8–. 9-कप्तान धोनी पर दबाव
कुछ दिनों से टेस्ट कप्तान विराट कोहली को टी-20 और वनडे की कप्तानी सौंपने की बात होने लगी है, जिससे कप्तान धोनी के फैसले से लेकर उनकी कप्तानी के कौशल पर प्रश्न लगने लगे हैं। इस सबका असर धोनी की कप्तानी पर दिखाई दे रहा है। आज के मैच में कप्तान धोनी दबाव में दिख रहे थे। मैदान पर टेस्ट कप्तान कोहली जहां अकसर गेंदबाजों को सलाह देखे दिखते रहे, वहीं धोनी गेंदबाजों से कोई बात नहीं करते दिखे। ऐसा लग रहा था कि कप्तान धोनी नहीं बल्कि कोहली हैं।