अन्तर्राष्ट्रीय
भारत की 39 हजार करोड़ की डिफेंस डील, रूस के साथ हो सकती है फाइनल
रूस के साथ भारत जल्द ही S-400 एंटी मिसाइल डिफेंस सिस्टम की 39 हजार करोड़ की डील जल्द ही फाइनल कर सकता है। 39 हजार करोड़ रुपए वाली इस डील पर भारत और रूस के बीच बातचीत की शुरुआत हो गई है । यह एंटी मिसाइल डिफेंस सिस्टम 400 किमी की दूरी से आ रहे दुश्मनों के विमान, मिसाइलों और ड्रोन को एक साथ ट्रैक कर सकेगा।
हमारे सहयोगी अखबार टाइम्स ऑफ इंडिया के अनुसार, भारत इस बड़ी डील को 2018-19 वित्तीय वर्ष में ही फाइनल करना चाहता है। S-400 सिस्टम में अलग-अलग क्षमता वाली तीन तरह की मिसाइल हैं। सुपरसॉनिक और हाइपरसोनिक स्पीड से उड़ कर ये मिसाइल दुनिया में जमीन से हवा में मार करने वाला सबसे आधुनिक मिसाइल सिस्टम माना जाता है।
टाइम्स ऑफ इंडिया ने अक्टूबर 2015 में सबसे पहले यह खबर प्रकाशित की थी कि भारत और रूस के बीच यह अहम डिफेंस डील हो सकती है। हालांकि, इस बीच ऐसी खबरें भी आईं कि S-400 सिस्टम के कुछ महत्वपूर्ण उपकरण पिछले सप्ताह रूस से भारत आने के रास्ते में चीन में कहीं खराब होए। रूस ने इन मिसाइलों को क्राइमिया एयरस्पेस और यूक्रेन बॉर्डर पर तैनात किया है। रूस यह महत्वपूर्ण मिसाइल डिफेंस सिस्टम तुर्की और सऊदी अरब को भी बेचने वाला है।
बता दें कि यह मिसाइल डिफेंस सिस्टम युद्ध के दौरान बेहद उपयोगी होता है। युद्ध के दौरान इन्हें आबादी वाले शहर में भी लगाया जा सकता है। पाकिस्तान की कम दूरी वाले एनएएसआर न्यूक्लियर मिसाइल(Hatf-IX) को निरस्त करने में भी यह मिसाइल सक्षम है। पाकिस्तान अक्सर ही अपनी ताकत का दिखावा करने के लिए एनएएसआर का जिक्र करता है।
लंबी दूरी तक मार कर सकने में सक्षम S-400 मिसाइल 100 से 300 रडार को एक साथ ट्रैक कर सकने में सक्षम है। अलग-अलग रेंज से आनेवाले हवाई दुश्मनों की पहचान भी इसकी सुपरसॉनिक ताकत के जरिए लगाया जा सकता है। भारत का फोकस फिलहाल लंबी दूरी तक मार कर सकने में सक्षम मिसाइलों पर ही है।